नई दिल्ली :भारतीय टीम के पूर्व कोच और ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज ग्रेग चैपल का कहना है कि लार पर प्रतिबंध लगाने से बल्लेबाजों को ज्यादा फायदा होगा, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में गेंद को चमकाने के लिए पसीना भी बहुत प्रभावी होगा. इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल यानी आइसीसी ने कुछ समय के लिए कोरोनावायरस से खिलाड़ियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए गेंद को चमकाने के लिए उपयोग की जाने वाली लार पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.
कोविड-19 महामारी की वजह से अंतरिम तौर पर लार पर प्रतिबंध लगाने से क्रिकेट का ये खेल बल्लेबाजों के हावी रहने का हो जाएगा. अभी के लिए गेंदबाज गेंद को चमकाने के लिए सिर्फ पसीने का उपयोग कर सकते हैं, लेकिन ज्यादातर दिग्गजों का मानना है कि पसीना लार की अपेक्षा उतना प्रभावी गेंद को चमकाने में नहीं होगा. हालांकि, ऑस्ट्रेलियाई टीम के पूर्व कप्तान ग्रेग चैपल की राय कुछ अलग है और वे मानते हैं कि पसीना भी प्रभावी होगा.
मीडिया से बात करते हुए ग्रेग चैपल ने कहा, "यदि वे अपने माथे से पसीना पोंछ रहे हैं, तो वहां सनस्क्रीन है. यदि वे लार का उपयोग कर रहे हैं, तो वे शायद कुछ चबा रहे हैं, तो इसमें क्या है? मुझे नहीं पता कि ये इतनी बड़ी बात है. पसीना निकलना लार के बराबर होगा. ईमानदारी से कहूं तो मैं इसमें अंतर नहीं देखता."