नई दिल्ली: इंग्लैंड के पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी डेविड लॉयड का मानना है कि बेन स्टोक्स का चरित्र उनकी प्रतिभा का ज्यादा से ज्यादा उपयोग कराने में मददगार साबित हो रहा है. लॉयड ने हालांकि किसी तरह की तुलना से मना कर दिया और इस बात पर टिप्पणी नहीं की कि स्टोक्स, इयान बॉथम को पार कर चुके हैं या नहीं.
उनका मानना है कि 28 साल के स्टोक्स टीम के बेहतरीन खिलाड़ी हैं.
हरफनमौला खिलाड़ी बेन स्टोक्स लॉयड ने कहा, "फिलिफ डेफ्रिटियास नए बॉथम थे, डैरेक पिंगल नए बॉथम थे. एंड्रयू फिंल्टॉफ इसमें सही बैठे थे. वो शानदार क्रिकेटर थे. उनका करियर चोटों से प्रभावित रहा. मुझे लगता कि महान ऑलराउंडर मैच को बदलने वाले होते हैं और स्टोक्स इस समय वही कर रहे हैं."
उन्होंने कहा, "सभी यही बातें कर रहे हैं कि क्या वे बॉथम से बेहतर हैं, लेकिन क्या ये मायने रखता है? मायने ये रखता है कि वो मौचों को बदल रहे हैं और मैचों में अपना दबदबा दिखा रहे हैं. वो बहुत फिट है और हमें ये नहीं भूलना चाहिए कि मैदान के बाहर उनकी समस्याएं थीं. वो गए उन्हें खत्म किया और एक बेहतर, फिट, ज्यादा समर्पित क्रिकेटर की तरह वापसी की लेकिन सबसे अहम वो एक अच्छे इंसान हैं और अच्छे उदाहरण पेश कर रहे हैं."
इंग्लैंड के ऑलराउंडर बेन स्टोक्स उन्होंने कहा, "वो बेहतरीन रोल मॉडल हैं जिसकी हर खेल को जरूरत है."
लॉयड ने कहा कि महान क्रिकेटर वो होते हैं जो प्रशंसकों को उनका खेल देखने को मजबूर करे और उन्हें अपनी सीटों से उठा दे.
साथ ही भारतीय क्रिकेट के बारे में बात करते हुए लॉयड ने कहा, "वर्षों से भारतीय क्रिकेट में एक प्रयास बन गया कि तेज गेंदबाजों को ढूंढा जाए और शायद कपिल देव ने इसका नेतृत्व किया. जवागल श्रीनाथ एक अद्भुत तेज गेंदबाज थे."
उन्होंने आगे कहा, "मुझे लगता है कि जब गांगुली ने टीम को संभाला, तो उन्होंने टीम को एक असली मजबूती दी. वो ये था कि हम दूसरों की तेज गेंदबाजी से निर्धारित नहीं होंगे क्योंकि हम अपने खुद के खोजने होंगे. रास्ता खुद बनाना होगा. भारत में भारत के खिलाफ खेलना बहुत मुश्किल होता था लेकिन है लेकिन आपको हमेशा महसूस होता था कि भारतीय टीम के खिलाफ उसके घर से बाहर आपके पास एक मौका होता है."
उन्होंने साथ ही कहा कि मौजूदा कप्तान विराट कोहली भारत को एक दूसरे स्तर पर लेकर गए हैं.
पूर्व क्रिकेटर ने कहा, "मुझे लगता है कि गांगुली का भारतीय क्रिकेट पर काफी प्रभाव रहा है और विराट कोहली इसे दूसरे स्तर पर ले गए हैं. एक खिलाड़ी के रूप में अपनी महानता के अलावा कोहली एक महान कप्तान भी हैं और उन्हें कुछ भी नहीं खोने का डर है. कोहली के बारे में मेरा खुद का मानना है कि वो मैच जीतने के लिए हैं न कि अपने लिए रन जुटाने के लिए."