हैदराबाद : भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और पूर्व सांसद मोहम्मद अजहरुद्दीन धोखाधड़ी के मामले में फंस गए हैं. जहां उनके और दो अन्य लोगों के खिलाफ एक स्थानीय ट्रैवल एजेंट से लगभग 21.45 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है.
झूठी एफआईआर की मैं कड़ी आलोचना करता हूं
पूर्व क्रिकेटर ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को गलत बताया और इसे पब्लिसिटी हासिल करने का एक सस्ता स्टंट बताया. मोहम्मद अजहरुद्दीन ने ट्वीट करके लिखा, ''औरंगाबाद में मेरे खिलाफ दर्ज झूठी एफआईआर की मैं कड़ी आलोचना करता हूं. मैं अपनी कानूनी टीम से परामर्श कर रहा हूं, और आवश्यकतानुसार कार्रवाई कर रहा हूं. उन्होंने एक वीडियो में कहा कि वो उनके खिलाफ 100 करोड़ रुपये की मानहानि का केस दायर करेंगे.
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ट्रैवल एजेंट ने आरोप लगाया कि 2019 में 9 से 12 नवंबर के बीच कई अंतरराष्ट्रीय हवाई टिकट बुक किए गए थे. बता दें कि अजहरुद्दीन और दो अन्य लोगों पर भारतीय दंड संहिता की धारा 420, 406 और धारा 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है.
टिकट बुकिंग के लिए राशि का तुरंत भुगतान नहीं किया गया
पूर्व भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन सहित 3 लोगों के खिलाफ महाराष्ट्र के औरंगाबाद में एफआईआर दर्ज किया गया है
शिकायत के अनुसार, अज़हरुद्दीन और एक अन्य व्यक्ति जिसका नाम अविक्कल है, उसने पेरिस की यात्रा की और तीन अन्य लोगों से मिला, वहाँ से उन्होंने कई अन्य अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों की यात्रा की, जिनमें से ज्यादातर शीर्ष एयरलाइनों के साथ बिजनेस क्लास में थे. टिकट बुकिंग के लिए राशि का तुरंत भुगतान नहीं किया गया और शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि टिकट अजहरुद्दीन के सचिव के आश्वासन पर बुक किए गए थे.
एचसीए का अध्यक्ष चुना गया
मोहम्मद अजहरुद्दीन पिछले साल सितंबर में हैदराबाद क्रिकेट संघ के नए अध्यक्ष चुने गए थे. 56 साल के अजहरुद्दीन को चुनावों में 147-73 की विशाल बढ़त के साथ एचसीए का अध्यक्ष चुना गया था. अजहरुद्दीन पर साल 2000 में मैच फिक्सिंग का आरोप लगा था, जिसके बाद बीसीसीआई ने उनके आजीवन क्रिकेट खेलने पर बैन लगा दिया था. लेकिन बाद में, 8 नवंबर 2012 में आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट ने अजहर पर लगे आजीवन प्रतिबंध को खारिज कर दिया था.