कराची: पाकिस्तान के सलामी बल्लेबाज शान मसूद इंग्लैंड की वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में चार विकेट से हार को खास तवज्जो नहीं देना चाहते हैं क्योंकि उनका मानना है कि एक मैच में हार से कोई टीम कमजोर नहीं हो जाती है.
इंग्लैंड साउथम्पटन में रविवार को पहले टेस्ट मैच में चार विकेट से हार गया था. यह कोरोना वायरस महामारी फैलने के बाद पहला अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच था.
मसूद ने कहा, "यह लगभग तीन महीने बाद पहला प्रतिस्पर्धी मैच था और घरेलू टीम पर इसका असर दिखा. लेकिन मुझे लगता है कि उसके (इंग्लैंड) पास बहुत अच्छे खिलाड़ी हैं. जब जो रूट की कप्तान के रूप में वापसी होगी तो बल्लेबाजी को अधिक स्थिरता मिलेगी."
पाकिस्तान की टीम तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला खेलने के लिए अभी इंग्लैंड में है. इन दोनों टीमों के बीच पहला टेस्ट पांच अगस्त से शुरू होगा. तीस वर्षीय मसूद ने कहा कि यह सोचना गलती होगी कि इंग्लैंड की टीम कमजोर है क्योंकि वह वेस्टइंडीज से हार गयी है और पाकिस्तान भी उसे हरा सकता है.
उन्होंने कहा, "इंग्लैंड की टीम काफी अनुभवी और मजबूत है. उनकी शीर्ष क्रम की बल्लेबाजी भी कमजोर नहीं है जैसा कि कुछ लोग मानते हैं. यह नहीं भूलना चाहिए कि इंग्लैंड ने जब दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट श्रृंखला जीती थी तो इन्हीं बल्लेबाजों ने रन बनाए थे."
मसूद आगामी टेस्ट श्रृंखला में जोफ्रा आर्चर को ही एकमात्र खतरा नहीं मानते. उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी बल्लेबाजों की इंग्लैंड के हर गेंदबाज के सामने परीक्षा होगी.
इस सलामी बल्लेबाज ने कहा, "इंग्लैंड के पास कई अच्छे तेज गेंदबाज है. सलामी बल्लेबाज होने के कारण केवल आर्चर ही चिंता का विषय नहीं है, उसके अन्य गेंदबाज भी घरेलू परिस्थितियों में गंभीर चुनौती पेश करेंगे."
मसूद ने पूर्व टेस्ट कप्तान यूनिस खान को बल्लेबाजी कोच के रूप में नियुक्त करने का भी स्वागत किया. उन्होंने कहा कि मुख्य कोच मिसबाह उल हक, बल्लेबाजी कोच यूनिस खान, गेंदबाजी कोच वकार यूनिस और स्पिन गेंदबाजी कोच मुश्ताक अहमद सभी खिलाड़ियों के साथ अलग अलग काम कर रहे हैं.
उन्होंने कहा, "अच्छी बात यह है कि तीन महीने तक अलग थलग रहने के बाद हम क्रिकेट खेलने के लिए वापसी कर रहे हैं. हमें बेहतरीन सुविधाएं मुहैया करायी गयी हैं जहां हमारा स्वास्थ्य सर्वोपरि है."