चेन्नई :इंग्लैंड के स्पिनर जैक लीच ने तीसरे अंपायर के फैसले की गलती का सामना करने के बाद फैसला समीक्षा प्रणाली (डीआरएस) की तुलना फुटबॉल में होने वाले वीडियो असिस्टेंट रेफरी (वीएआर) से करते हुए कहा कि यह अब भी 'विवादास्पद' है.
ये घटना दिन के 75वें ओवर में हुई जब जैक लीच की गेंद रहाणे के ग्लव्ज को छूती हुई फॉरवर्ड शॉर्ट लेग क्षेत्ररक्षक ओली पोप के हाथ में चली गई.
इंग्लैंड ने अपील की लेकिन मैदानी अंपायर ने इसे ठुकरा दिया और तीसरे अंपायर अनिल चौधरी ने ये सोचकर रिव्यू खारिज कर दिया कि गेंद लेग स्टंप के बाहर गई थी और मेहमान टीम ने पगबाधा की अपील की थी.
लीच ने दिन का खेल समाप्त होने के बाद पत्रकारों से कहा, "हम तीसरे अंपायर को गेंद के एक्शन को देखें, वे पगबाधा देख रहे थे, हमें पता था कि वह इस तरह (पगबाधा) आउट नहीं होगा. हम यह चाहते थे कि वह पैड से टकराने के बाद गेंद को देखे."
उन्होंने कहा, "यह आज थोड़ा वीएआर की तरह लगा, यह विवादास्पद है, लेकिन यह ऐसा ही है."
हालांकि इंग्लैंड ने स्पष्ट किया कि वे ग्लव्ज से छूकर गयी गेंद के कैच होने की अपील कर रहे हैं, बल्ले से छूने की नहीं. रहाणे हालांकि बाद में छह गेंद बाद आउट हो गये, उन्हें मोईन अली ने 67 रन पर बोल्ड किया.
इंग्लैंड के कप्तान जो रूट तीसरे अंपायर अनिल चौधरी की भूल से काफी खिन्न हो गए जिसके कारण उन्हें भारतीय उप कप्तान अजिंक्य रहाणे का विकेट नहीं मिल सका और एक डीआरएस रिव्यू भी चला गया.