चेन्नई: चेन्नई सपुर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी जब कैम्प में आए थे तब वो लय से बाहर नहीं लग रहे थे. ये कहना है टीम के लेग स्पिनर पीयूष चावला का.
धोनी आईपीएल-13 के साथ वापसी करने वाले थे लेकिन कोरोनावायरस के कारण इसमें देरी हो गई.
चेन्नई ने लीग की शुरुआत से पहले ही चेपक में आपना कैम्प लगाया था जिसमें धोनी ने हिस्सा लिया था लेकिन कोविड-19 के कारण कैम्प को बीच में ही समाप्त कर दिया गया था.
चावला ने आकाश चोपड़ा के यूट्यूब शो पर बात करते हुए कहा,"ईमानदारी से कहूं तो जब क्रिकेटर लंबे ब्रेक के बाद वापसी करता है तो लोगों को लगता है कि वो थोड़ा लय से बाहर होगा, लेकिन मुझे लगता है कि वो रांची में जरूर कुछ न कुछ कर रहे थे क्योंकि जब धोनी चेन्नई के कैम्प में आए तो वो लय से बाहर नहीं दिखे. उनका रूटीन था कि वो चार-पांच गेंद खेलेंगे और फिर बड़े शॉट मारते थे."
उन्होंने कहा,"वो देर तक बल्लेबाजी करते थे. सुरेश रैना, अंबाती रायडू, धोनी और मुरली विजय--- कैम्प में सीमित खिलाड़ी थे और गेंदबाज ज्यादा थे इसलिए हर कोई दो-ढाई घंटे बल्लेबाजी करता था. हर बल्लेबाज 200-250 गेंदें खेलता था."
धोनी ने विश्व कप-2019 के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ आखिरी बार अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा था. तब से वो आराम के नाम पर टीम से बाहर हैं.