हैदराबाद : वेस्ट इंडीज क्रिकेट टीम के पूर्व ऑलराउंडर डैरेन सैमी इन दिनों सुर्खियों में बने हुए हैं, उन्होंने खुलासा किया है जि उन्होंने अपने पूरे करियर में किस तरह नस्लीय टिप्पणियों का सामना किया था. उन्होंने आरोप लगाए थे कि आईपीएल सीजन 2013 से 2015 के बीच वे सनराइजर्स हैदराबाद में रहते हुए इसका सामना करना पड़ा था. हाल ही में उन्होंने हसन मिनाज से बात करते हुए बोला कि किस तरह एशिया में ये सब बातें बहुत आम हैं, वे अपने परिवार के लोगों को 'कालू' कह कर बुलाते हैं. उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए बताया था कि उनको 'कालू' का मतलब स्ट्रॉन्ग मैन लगता था.
सैमी ने कहा, "नहीं. मुझे पता था. मुझे इसका मतलब पता था. मेरे लिए इसका मतलब स्ट्रॉन्ग स्टैलियन था. यही मुझे लगता था. अब मैं वापस जा कर ये नहीं कह सकता कि वो नस्लीय टिप्पणी थी."
अब सैमी को पता चला कि इस शब्द का असली मतलब क्या था. पाकिस्तान के पूर्व कप्तान सरफराज अहमद ने भी यही शब्द एंडिले फेहलुकवायो के लिए किया था, जिसके बाद उन पर पेनाल्टी लगी थी. सैमी ने कहा, "मैंने सुना था कि सरफराज ने वो शब्द इस्तेमाल किया था लेकिन मैंने ज्यादा सोचा नहीं. इसका मुद्दा भी बना लेकिन मैंने ध्यान नहीं दिया."