नई दिल्ली: वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान डैरेन सैमी ने खुलासा किया कि जब वह सनराइजर्स हैदराबाद के लिए खेलते थे, तब उन्हें और श्रीलंका के खिलाड़ी थिसारा परेरा को नस्लभेदी टिप्पणियों का सामना करना पड़ा था.
सैमी ने बताया कि आईपीएल में उन्हें और परेरा को 'कालू' कहकर पुकारा जाता था. उस समय वह इसका मतलब नहीं जानते थे, लेकिन आज जब उन्हें पता चला है तो इस चीज से काफी नाराज हुए हैं.
हाल ही में अमेरिका के मिनियापॉलिस इलाके में अफ्रीकी मूल के अमेरिकी नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी. इसके बाद से दुनिया भर में नस्लीय भेदभाव के खिलाफ आवाज उठाई जा रही है. इस मुद्दे पर खेल जगत भी सामने आया है. क्रिस गेल, डैरेन सैमी, आंद्रे रसेल समेत कई खिलाड़ियों ने भी इस मुद्दे के खिलाफ अपनी आवाज उठाई है.
सैमी ने अपने इंस्टाग्राम पर स्टोरी डालकर लिखा, "मुझे अभी कालू का मतलब मालूम चला है. जब मैं आईपीएल में सनराइजर्स के लिए खेलता था, वे मुझे और परेरा (थिसारा) को इस नाम से बुलाते थे. मुझे लगता था कि इसका मतलब मजबूत घोड़ा होता है. लेकिन अब जब मुझे इसका असली मतलब पता चला है तो मैं काफी हैरान हूं."
सोशल मीडिया पर यह स्क्रीनशॉट वायरल हो रहा है, जिसे डैरेन सैमी के मोबाइल का बताया जा रहा है. हालांकि, इस पोस्ट में यह साफ नहीं है कि उन्हें इस नस्ली शब्द से कौन पुकारता था. क्या वह प्रशंसक का नाम ले रहे हैं या फिर कोई और.
बता दें कि इससे पहले सैमी ने आईसीसी से नस्लभेद के खिलाफ कोई सख्त कदम उठाने को कहा था. उन्होंने लिखा, "आईसीसी और बाकी अन्य बोर्ड क्या आप लोग देख नहीं रहे हैं कि मेरे जैसे लोगों के साथ क्या हो रहा है, क्या आप समाज में हो रहे अन्याय के खिलाफ नहीं बोलेंगे, यह सिर्फ अमेरिका की बात नहीं है. यह हर दिन हो रहा है. काले लोगों की जिंदगी मायने रखती है, अब समय चुप रहने का नहीं है. मैं आप लोगों से सुनना चाहता हूं."