कोलकाता : न्यूजीलैंड के पूर्व स्पिनर डेनियल विटोरी को हाल ही में बांग्लादेश स्पिन गेंदबाजी सलाहकार नियुक्त किया गया था.
सच्चाई ये है कि यहां बहुत सारे लोग होंगे
विटोरी ने भारत और बांग्लादेश के बीच ईडन गार्डन में ऐतिहासिक टेस्ट से पहले संवाददाताओं से कहा, "ये टेस्ट क्रिकेट का एक बड़ा हिस्सा है. सच्चाई ये है कि यहां बहुत सारे लोग होंगे. आपको ये स्वीकार करना होगा कि ये कितना महत्वपूर्ण है और मुझे लगता है कि जिस तरह से लोग अपने समय को मैनेज करते हैं वो पेचीदा है. इसलिए यदि आप टेस्ट मैच का विस्तार रात के समय तक कर सकते हैं तो आप अधिक से अधिक लोगों को इसमें ला सकते हैं.''
बांग्लादेश को भी आश्वस्त किया
उन्होंने कहा, ''मेरा अनुभव (गुलाबी गेंद के टेस्ट में) केवल टीवी पर रहा है और मैंने इसे देखने का आनंद लिया है. इसमें भविष्य का एक बड़ा हिस्सा है.'' बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली के प्रयास से भारतीय टीम आखिरकार डे-नाइट टेस्ट मैच खेलने के लिए तैयार हुई. गांगुली ने बांग्लादेश को भी आश्वस्त किया, जो शुरू में किसी भी स्तर पर गुलाबी गेंद के नहीं खेलने के कारण उलझन में थे.
ये माहौल सीमित ओवरों के खेल जैसा होगा
न्यूजीलैंड के लिए 113 टेस्ट मैच खेलकर 362 विकेट लेने वाले विटोरी ने कहा कि जब विराट कोहली या रोहित शर्मा लाइट के नीचे बल्लेबाजी करने के लिए बाहर निकलते हैं और दर्शक उनके जोरदार स्वागत करेंगे तो ये माहौल सीमित ओवरों के खेल जैसा होगा.
उन्होंने कहा, "ये लगभग टी20 या एक दिवसीय माहौल हो सकता है. एक बड़ी संख्या में दर्शक होंगे और भारतीय खिलाड़ी जहां भी जाते हैं, वहां पहचान लिए जाते हैं. इसलिए कोहली जब बल्लेबाजी करने के लिए बाहर निकलेंगे तो टी 20 जैसा माहौल होगा.
स्पिनर की भूमिका
ये पूछे जाने पर कि क्या स्पिनरों की ईडन विकेट के साथ खेलने की संभावना होगी, जिसमें हरे रंग का रंग होगा और पेसरों की सहायता करेगा. स्पिनर अभी भी गुलाबी गेंद टेस्ट में एक बड़ी भूमिका निभा सकते हैं. जल्दी सूर्यास्त के कारण ये थोड़ा अलग है. इसलिए मैच का महत्वपूर्ण हिस्सा सामान्य परिस्थितियों में खेला जाएगा. इसलिए स्पिनर गुलाबी गेंद के टेस्ट मैचों में बेकार नहीं बनेंगे.
बांग्लादेश ने बुधवार सुबह दो घंटे से अधिक समय तक अभ्यास किया. विटोरी ने कहा कि गुलाबी गेंद दिन के इस समय सामान्य रूप से व्यवहार करती है और जब वे टेस्ट की पूर्व संध्या पर फिर से मैदान में उतरेंगे तो वे बेहतर प्रदर्शन कर पाएंगे.
चतुराई से टीमें कुछ अलग चीजें आजमा सकती हैं
"दिन के इस समय में गुलाबी गेंद सामान्य रूप से खेलती है. चुनौती ये होगी कि जब टेस्ट मैच लाइट में खेली जाएगी. सूर्यास्त यहां पहले हो जाता है. यही समय होगा जब हम गुलाबी गेंद को खेलते हुए देखेंगे. ये समय इस टेस्ट मैच का सबसे रोमांचक दौर होगा. इसी दौरान चतुराई से टीमें कुछ अलग चीजें आजमा सकती हैं."