हैदराबाद: विश्व कप के इतिहास की सबसे सफल टीम ऑस्ट्रेलिया ने गेंद से छेड़छाड़ प्रकरण के बाद अपनी क्रिकेट संस्कृति में काफी बदलाव किया है और 30 मई से शुरु हो रहे क्रिकेट के इस महांकुभ में छठी ट्रॉफी अपने नाम करने के इरादे से उतरेगी.
विश्व कप ट्रॉफियों के साथ ऑस्ट्रेलिया टीम के पूर्व कप्तान पांच बार की विजेता ने गेंद से छेड़छाड़ के तूफान का डटकर सामना किया और हाल में भारत और पाकिस्तान के खिलाफ उनकी सरजमीं पर मिली जीत उसके कभी न हार मानने के जज्बे का सबूत है.
डेविड वॉर्नर और स्टीव स्मिथ के एक साल के प्रतिबंध के बाद वापसी से टीम मजबूत हुई है और इससे टीम के अन्य सदस्यों का भी मनोबल बढ़ा है.
टीम ने ब्रिसबेन में अपना विश्व कप अभ्यास शिविर समाप्त किया. क्रिकेट इतिहास में सबसे सफल वनडे टीम ऑस्ट्रेलिया ने रिकार्ड पांच बार ट्रॉफी अपने नाम की जिसमें 1999 से 2007 तक लगातार तीन जीत शामिल हैं.
इसमें कोई शक नहीं कि लगातार तीन जीत अभूतपूर्व उपलब्धि है लेकिन टूर्नामेंट में ऑस्ट्रेलिया का दबदबा ऐसा रहा है कि 1987 चरण में भी टीम खिताब जीती थी जब उसने अपने कुछ सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के बाहर होने के बाद प्रवेश किया था.
ऑस्ट्रेलिया है गत विजेता
2015 विश्व कप जीतने के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम ट्रॉफी के साथ चार साल पहले दूसरी बार न्यूजीलैंड के साथ मेजबानी के दौरान ऑस्ट्रेलिया को मजबूत दावेदारों में नहीं माना जा रहा था लेकिन मेलबर्न क्रिकेट मैदान पर टीम फिर चैम्पियन बन गई. इसमें कोई हैरानी नहीं होगी कि आरोन फिंच की अगुवाई वाली टीम 14 जुलाई को लार्ड्स पर अपना छठा खिताब जीत ले
आईपीएल में वॉर्नर ने दिखाई अपने फोम की झलक
वॉर्नर ने एक साल की वापसी के बाद इंडियन प्रीमियर लीग में खेलते हुए करीब 700 रन जुटाये और उन्होंने विश्व कप के लिये प्रतिद्वंद्वी गेंदबाजों को चेतावनी जारी कर दी.
स्मिथ ने भी खेली शानदार पारियां
वहीं स्मिथ हालांकि वार्नर की तरह का प्रदर्शन नहीं कर सके लेकिन उन्होंने भी हाल में न्यूजीलैंड के खिलाफ अपनी पुरानी फार्म की झलक दी। आईपीएल के अंतिम हिस्से में फार्म हासिल करने वाले स्मिथ ने न्यूजीलैंड के खिलाफ नाबाद 89 और 91 रन की पारियां खेली.
ये दोनों खिलाड़ी केपटाउन में गेंद से छेड़छाड़ की घटना की भरपायी करने के लिये विश्व कप के बड़े मंच का इस्तेमाल करेंगे.
यह देखना होगा कि वार्नर को बल्लेबाजी में अपना ओपनर का स्थान मिलेगा या नहीं या फिर वह तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करेंगे. 104 वनडे पारियों में केवल एक बार ही वह सलामी बल्लेबाज के तौर पर नहीं उतरे हैं.
विश्व कप की टीम में कई चौकाने वाले फैसले
प्रतिभा की गहराई को देखते हुए चयनकर्ताओं को 15 सदस्यीय टीम चुनने में कई कड़े फैसले लेने पड़े. टीम में फार्म में चल रहे बल्लेबाज पीटर हैंड्सकोंब, तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड नहीं हैं जबकि डार्सी शार्ट, केन रिचर्डसन, एशटन टर्नर और मैथ्यू वेड को भी जगह नहीं मिली.
विश्व कप के लिए ऑस्ट्रेलियाई टीम
एरोन फिंच (कप्तान), जेसन बेहरेनडोर्फ, एलेक्स कैरे, नाथन कूल्टर नाइल, पैट कमिंस, उस्मान ख्वाजा, नाथन लियोन, शॉन मार्श, ग्लेन मैक्सवेल, जाय रिचर्डसन, स्टीव स्मिथ, मिशेल स्टार्क, मार्कस स्टोइनिस, डेविड वार्नर और एडम जैम्पा.