दुबई : आईसीसी ने एक बयान में कहा है कि यूएनएचसीआर विश्व प्रवासी दिवस मुहिम का मकसद ये बताना है कि इस समाज में हर कोई, चाहे वो प्रवासी ही क्यों न हो, अपना योगदान दे सकता है.
आईसीसी का वीडियो
इस संबंध में आईसीसी ने एक वीडियो बनाया है जिसमें उसने बताया है कि क्रिकेट में पूरे विश्व में जिंदगी बदलने, उम्मीद जगाने, और लोगो को एक करने की काबिलियत है.
आईसीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) मनु साहनी ने कहा, "क्रिकेट में समुदायों को साथ लाने, लोगों को जोड़ने और बाधाएं तोड़ने की ताकत है. ये ऐसे खेल है जो हर किसी के लिए है. आईसीसी संयुक्त राष्ट्र के विश्व प्रवासी दिवस को मानती है और जिन लोगों के पास अपना स्थान नहीं हैं उनकी जिंदगी में क्रिकेट क्या रोल निभाता है इसका जश्न मनाती है."
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी)
वैश्विक तौर पर अफगानिस्तान, जर्मनी, लेबनान और स्वीडन ने क्रिकेट के माध्यम से कई बाधाएं को तोड़ा है साथ ही ये क्रिकेट में एक नया बाजार बनकर उभरे हैं. स्वीडन में बीते पांच साल में क्रिकेट खेलने वालों की संख्या में 293 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. 2019 में इस देश में क्रिकेट खेलने वालों की संख्या 10,000 तक हो गई थी.
स्वीडन क्रिकेट महासंघ के परफॉर्मेंस निदेशक बेन हेरडाइन ने कहा, "क्रिकेट सभी तरह के लोगों को एक साथ आने की भावना देता है और लोगों की जिंदगी पर सकारात्मक प्रभाव डालता है. साथ ही फिटनेस के माध्यम से बच्चों के स्वास्थ को ख्याल रखता है. ये खेल में शामिल कर उन लोगों की मदद करता है जो दूसरे देशों में गए हैं."