चेन्नई : इंग्लैंड की टीम भारत के दौरे पर है जिसकी शुरुआत शुक्रवार से चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में खेले जाने वाले पहले टेस्ट मैच से हुई. चेन्नई की पिच को देखते हुए इंग्लैंड के खिलाफ तीन स्पिनर्स को अंतिम एकादश में रखे जाने की उम्मीद थी.
अनुभवी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन, वाशिंगटन सुंदर को इस मैच में खेलने का मौका मिला जबकि शाहबाज नदीम अपना दूसरा टेस्ट मैच खेल रहे हैं.
हालांकि लेफ्ट-आर्म स्पिनर कुलदीप यादव को अंतिम एकादश में जगह न देने के टीम मैनेजमेंट के फैसले ने खेलप्रेमियों सहित कई पूर्व क्रिकेटरों को हैरान कर दिया.
शाहबाज नदीम को कैप देते विराट कोहली अक्षर पटेल के चोट की वजह से आखिरी मौके पर इस मुकाबले से बाहर होने के बाद हर कोई ये कयास लगा रहा था कि कुलदीप यादव को टीम में जगह मिलेगी. कुलदीप के पिछले रिकॉर्डस को देखते हुए भी ये मुश्किल नहीं लग रहा था, लेकिन सबको चौंकाते हुए शाहबाज नदीम को अंतिम एकादश में शामिल कर लिया गया, जो स्टैंडबाई प्लेयर के तौर पर टीम के साथ जुड़े थे.
इसपर प्रतिक्रिया देते हुए भारत के पूर्व बल्लेबाज मोहम्मद कैफ ने कहा, "दो साल पहले तक कुलदीप यादव को पहली पसंद बताया जा रहा था. अब वो चयन के लिए संघर्ष कर रहे हैं. अश्विन और पंत भी इस दौर से बाहर निकले हैं. मजबूत बने रहे कुलदीप."
इसके अलावा पूर्व भारतीय बल्लेबाज और कमेंटेटर आकाश चोपड़ा ने भी कुलदीप का चयन नहीं होने पर नाराजगी जाहिर की. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, 'कुलदीप को क्या करना चाहिए? वो तब भी नहीं खेल सकते जब जडेजा और अश्विन टीम में रहते हैं. वो तब भी नहीं खेल सकते हैं जब जडेजा टीम में नहीं हैं.'
पूर्व भारतीय ओपनर गौतम गंभीर ने भी कुलदीप को बाहर करने पर सवाल उठाए हैं. गंभीर ने कहा कि कुलदीप इंग्लैंड के खिलाफ 'बड़ा हथियार' साबित हो सकते थे.
गंभीर ने कहा, "कुलदीप को नहीं खिलाना दुर्भाग्यपूर्ण है. मुझे लगता है कि इंग्लैंड के खिलाफ कुलदीप को खिलाना चाहिए था. कलाई का स्पिनर एक दुर्लभ चीज है. वे बिना खेले भी लगातार टीम के साथ बने हुए हैं. वे इंग्लैंड के खिलाफ 'बड़ा हथियार' साबित हो सकते थे."
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने भी कहा कि पहले टेस्ट के लिए प्लेइंग इलेवन में बाएं हाथ के स्पिनर कुलदीप यादव को नहीं चुनना भारत का एक "हास्यास्पद निर्णय" था.
वॉन ने ट्वीट किया, "कुलदीप को नहीं खिलाना भारत के लिए एक हास्यास्पद निर्णय है. अगर वो इस हालात में उसे नहीं खिलाते है तो फिर वो कब खेलेंगे."
बता दें कि कुलदीप ने अपना आखिरी टेस्ट मैच जनवरी 2019 में ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर सिडनी में खेला था और उस मैच में उन्होंने 31.5 ओवरों की गेंदबाजी करते हुए 99 रन खर्च कर 5 विकेट झटके थे.
चेन्नई का एमए चिदंबरम मैदान स्पिनरों के लिए काफी मददगार रहा है और कुलदीप यादव गेंद को टर्न कराने में माहिर हैं, ऐसे में वह इंग्लैंड की टीम के लिए मुसीबत का सबब बन सकते थे. कुलदीप यादव ने 6 टेस्ट मैचों में 24.12 की औसत से 24 विकेट झटके हैं जबकि इस फॉर्मेट में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 6-119 है.
इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच में भारतीय टीम तीन स्पिनरों के अलावा तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा और भारत की सरजमीं पर अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे जसप्रीत बुमराह के साथ उतरी है.