हैदराबाद : बीसीबी के अध्यक्ष नजमुल हसन पापोन ने बताया कि फ्रेंचाइजी की मांग किसी भी तरह से पूरी नहीं की जा सकती है और यही कारण है कि उन्होंने टूर्नामेंट को अपने हाथ में लेने का विकल्प चुना है. आपको बता दें कि ढाका डायनामाइट्स बोर्ड के साथ बनी हुई है बाकि सभी फ्रेंचाइजी का बोर्ड के साथ टकराव चल रहा है.
बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान के 100 वें जन्मदिन के अवसर पर इस टूर्नामेंट का नाम बंगबंधु बीपीएल किया जाएगा. फ्रेंचाइजी के साथ बीसीबी का अनुबंध समाप्त हो गया है. जिसके बाद इस टूर्नामेंट का संचालन करने के लिए बोर्ड खुद तैयार है
बीसीबी के अध्यक्ष नजमुल हसन पापोन "जैसा कि आप सभी जानते हैं, टूर्नामेंट का पहला चक्र समाप्त हो गया है. हम फ्रैंचाइजी के साथ एक नया सौदा करने के लिए तैयार थे. हमने उनसे बात भी की और मीडिया में उनकी प्रतिक्रियाओं को देखा. उनकी काफी मांगें हैं. वे मांगें पूरी तरह से टूर्नामेंट के हमारे मुख्य मॉड्यूल के साथ टकरा रही हैं. हम किसी भी तरह से उनकी मांगों को स्वीकार नहीं कर पा रहे थे. ENGvsAUS: आखिरी एशेज टेस्ट के लिए ऑस्ट्रेलियाई टीम की बॉलिंग अटैक में हुआ बदलाव
हसन के अनुसार, बीसीबी फ्रेंचाइजी द्वारा की गई कई मांगों को स्वीकार नहीं कर पायी लेकिन ये भी कहा कि टूर्नामेंट का नाम देने का मुख्य कारण शेख मुजीब को सम्मानित करना था, आप जानते हैं, अगले साल बंगबंधु की 100 वीं जयंती है. हम इस सीजन के बीपीएल को बंगबंधु को समर्पित करना चाहते हैं.