एडिलेड : भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच एडिलेड ओवल मैदान पर खेले जा रहे डे-नाइट टेस्ट मैच के पहले दिन गुरुवार को एक ओर जहां मेजबान टीम के गेंदबाजों ने दामदार प्रदर्शन किया तो वहीं भारत की तरफ से कप्तान विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा ही प्रभावित कर सके.
कप्तान कोहली ने अपनी बेहतरीन क्लास का एक बार फिर संघर्षपूर्ण स्थितियों में परिचय दिया और 74 रनों की पारी खेली. वो अच्छी लय में थे और ऑस्ट्रेलिया के अनुशासित गेंदबाजी का दमदार सामना कर रहे थे. इसी बीच दिन के आखिरी सत्र में उप-कप्तान अंजिक्य रहाणे के साथ हुई गलतफहमी में कोहली रन आउट हो गए. रहाणे भी फिर आउट हो गए और हनुमा विहारी भी पवेलियन लौट लिए. दिन का अंत भारत ने छह विकेट के नुकसान पर 233 रनों के साथ किया. रविचंद्रन अश्विन 15 और रिद्धिमान साहा नौ रन बनाकर खेल रहे हैं.
मेजबान टीम के गेंदबाजों ने शुरू से ही भारतीय बल्लेबाजों को विकेट पर सहज नहीं होने दिया. शुरुआती विकेट झटकने के बाद कोहली और पुजारा के बीच तीसरे विकेट के लिए हुई 68 रनों की साझेदारी ने ऑस्ट्रेलिया को परेशान जरूर किया. खासकर पुजारा ने जिन्होंने 160 गेंदों का सामना कर दो चौकों की मदद से सिर्फ 43 रन बनाए लेकिन अपनी टिकाऊ और धैर्यपूर्ण बल्लेबाजी से उन्होंने आस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के सिर में दर्द कर रखा था.
पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारत ने मैच की दूसरी ही गेंद पर पृथ्वी शॉ का विकेट खो दिया। मिशेल स्टार्क की गेंद उनके बल्ले का अंदरूनी किनारा लेकर विकेटों पर जा लगी. मयंक अग्रवाल ने फिर पुजारा के साथ मिलकर टीम को संभालने की कोशिश की। दोनों आस्ट्रेलिया की शानदार गेंदबाजी के सामने संभलकर खेल रहे थे. मयंक के संघर्ष को 32 के कुल स्कोर पर पैट कमिंस ने खत्म कर दिया. 40 गेंदों पर 17 रन बनाने वाले मयंक बोल्ड हो गए. इसके बाद कोहली और पुजारा ने पहले सत्र का खेल खत्म होने तक भारत को तीसरा झटका नहीं लगने दिया. पहले सत्र में भारत ने 41 रन बनाकर दो विकेट खोए.
दूसरे सत्र में अधितकतर समय पुजारा और कोहली ने टिककर बल्लेबाजी की और ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को विकेट नहीं निकालने दिया। पुजारा अपने अर्धशतक की ओर बढ़ रहे थे. दूसरे सत्र का खेल खत्म होने से कुछ ओवर पहले ही नाथन लॉयन ने पुजारा की पारी समाप्त कर दी. लॉयन की गेंद पुजारा के बल्ले को छूती हुई पैड से टकरा उछली और लेग स्लिप पर खड़े मार्नस लाबुशैन ने उनका कैच पकड़ा. अंपायर ने तो पुजारा को आउट नहीं दिया लेकिन मेजबान टीम ने रिव्यू लिया और पुजारा आउट हो गए.
कोहली ने पुजारा के बाद जिम्मेदारी ली और विषम परिस्थितियों में अर्धशतक जमा टीम को संभाले रखा. रहाणे ने भी उनका अच्छा साथ दिया। कप्तान और उप-कप्तान ने चौथे विकेट के लिए 88 रन जोड़े. इस जोड़ी के लिए सब कुछ सही जा रहा था. तभी लॉयन की गेंद पर रहाणे और कोहली के बीच रन लेने को लेकर गलत कॉल हुआ जिसके कारण कोहली को पवेलियन लौटना पड़ा. उन्होंने 180 गेंदों का सामना करेत हुए आठ चौके लगाए.
ऑस्ट्रेलिया ने फिर नई गेंद ली और स्टार्क ने रहाणे को एलबीडब्ल्यू कर उनकी भी पारी का अंत किया. रहाणे ने 92 गेंदों पर तीन चौके और एक छक्का लगा 42 रन बनाए. रहाणे के बाद विहारी भी 16 रनों के निजी स्कोर पर जोश हेजलवुड की गेंद पर एलबीडब्ल्यू हो गए. ऑस्ट्रेलिया के लिए स्टार्क ने दो बल्लेबाजों को आउट किया. कमिंस, हेजलवुड और लॉयन ने एक-एक विकेट लिए.