सिडनी:जसप्रीत बुमराह के करियर के पहले अर्धशतक के बाद भारतीय तेज गेंदबाजों ने कहर बरपाकर दूधिया रोशनी में खेले जा रहे दूसरे अभ्यास टेस्ट क्रिकेट मैच के बारिश से प्रभावित पहले दिन शुक्रवार को सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर विकेटों के पतझड़ के बीच ऑस्ट्रेलिया 'ए' के खिलाफ मेहमानों का पलड़ा भारी रखा.
बुमराह ने उस पिच पर अपने करियर का पहला अर्धशतक जमाया जिस पर भारत और ऑस्ट्रेलिया 'ए' के बल्लेबाज रन बनाने के लिए जूझते नजर आए.
ऑस्ट्रेलिया ए और इंडिया ए के मैच के खिलाड़ी भारत ने कप्तान विराट कोहली और टेस्ट विशेषज्ञ चेतेश्वर पुजारा को इस डे/नाईट मैच में विश्राम दिया लेकिन उसके अन्य प्रमुख बल्लेबाज नहीं चल पाए. कोहली और पुजारा की अनुपस्थिति में भारतीय मध्यक्रम लड़खड़ा गया और उसने 21 रन के अंदर सात विकेट गंवाए जिससे उसका स्कोर दो विकेट 102 रन से नौ विकेट पर 123 रन हो गया था.
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी के लिए उतरी भारतीय टीम अगर 194 रन तक पहुंची तो इसका श्रेय बुमराह की नाबाद 55 रन की पारी को जाता है जिसमें छह चौके और दो छक्के शामिल हैं. उन्होंने मोहम्मद सिराज (22) के साथ दसवें विकेट के लिए 71 रन की साझेदारी की.
इसके बाद मोहम्मद शमी ने ऑस्ट्रेलिया ए के शीर्ष क्रम को लड़खड़ा दिया और ऑस्ट्रेलिया ए की पूरी टीम को 108 रन पर समेटने में अहम भूमिका निभाई. भारत ने इस तरह से पहली पारी में 86 रन की बढ़त हासिल की है. शमी ने 29 रन देकर तीन विकेट लिए.
बुमराह (33 रन देकर दो) ने अपेक्षानुरूप गेंदबाजी में भी जलवा बिखेरा जबकि नवदीप सैनी (19 रन देकर तीन) और सिराज (26 रन देकर एक) ने टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण का दावा मजबूत किया.
भारतीय पारी अगर 48.3 ओवर तक चली तो ऑस्ट्रेलिया ए की टीम 32.2 ओवर तक ही टिक पाई.
भारत ने मयंक अग्रवाल (2) का विकेट जल्दी गंवा दिया. जिन्होंने सीन एबट की गेंद पर ढीला शॉट खेलकर अपना विकेट इनाम में दिया. पृथ्वी शॉ (40) और शुभमन गिल (43) दोनों अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में नहीं बदल पाए.
ये दोनों एडिलेड में 17 दिसंबर से शुरू होने पहले डे/ नाईट टेस्ट मैच में अग्रवाल का सलामी जोड़ीदार बनने के दावेदार हैं लेकिन उन्होंने सीमित ओवरों के मूड में बल्लेबाजी की.
अग्रवाल के साथ पारी का आगाज करने वाले शॉ को आलराउंडर विल सदरलैंड ने उनके बल्ले और पैड के बीच से गेंद निकालकर बोल्ड किया जिससे गिल के साथ उनकी दूसरे विकेट के लिए 63 रन की साझेदारी का भी अंत हुआ.
अब निगाहें हनुमा विहारी पर टिकी थी जो पहले अभ्यास मैच में भी 15 और 28 रन ही बना पाए थे. ये टेस्ट विशेषज्ञ हालांकि इस बार भी 15 रन से आगे नहीं बढ़ पाया और मध्यम गति के गेंदबाज जैक विल्डरमठ की गेंद पर बोल्ड हो गया. यहीं से भारतीय पारी पतन शुरू हुआ. गिल अगले ओवर में पवेलियन लौटे जबकि पहले अभ्यास मैच में शतक जड़ने कप्तान अंजिक्य रहाणे केवल चार रन बनाकर विकेट के पीछे कैच दे बैठे.
भारत ने इस मैच में ऋषभ पंत को विकेटकीपर और ऋद्धिमान साहा को विशेषज्ञ बल्लेबाज के रूप में अंतिम एकादश में रखा था लेकिन दोनों नहीं चल पाए. पंत पहले बल्लेबाजी के लिए उतरे लेकिन केवल पांच रन बना पाए जबकि साहा 22 गेंदों का सामना करने के बावजूद खाता नहीं खोल सके.
जब लग रहा था कि भारत सस्ते में पवेलियन लौट जाएगा तब बुमराह ने लंबे शॉट खेलने के अपना कौशल दिखाया अपने प्रथम श्रेणी करियर का पहला अर्धशतक जमाया. इससे पहले उनका सर्वोच्च स्कोर 16 रन था. उनका एक शॉट आलराउंडर कैमरन ग्रीन के सिर पर लगा जिससे उन्हें मैदान छोड़ना पड़ा.
बुमराह ने 57 गेंदों का सामना किया तथा सदरलैंड की गेंद पर छक्के से अर्धशतक पूरा किया. सिराज ने अपनी पारी में दो चौके और एक छक्का लगाया. ऑस्ट्रेलिया ए की तरफ से एबट और विल्डरमठ ने तीन – तीन विकेट लिए.
इसके बाद भारतीय तेज गेंदबाजों ने अनुकूल परिस्थितियों का पूरा फायदा उठाकर ऑस्ट्रेलिया ए के बल्लेबाजों की कड़ी परीक्षा ली. उसके अब तक केवल चार बल्लेबाज अनुभवी मार्कस हैरिस (26), निक मैडिनसन (19), कप्तान एलेक्स कैरी (32) और विल्डरमठ (12) ही दोहरे अंक में पहुंचे हैं.
पहले टेस्ट के लिए अदद सलामी जोड़ी की तलाश में जुटे ऑस्ट्रेलिया ने हैरिस और बर्न्स से पारी का आगाज करवाया लेकिन इनमें से कोई भी प्रभावित नहीं कर पाया. खराब फार्म में चल रहे बर्न्स को बुमराह ने अपनी दूसरी गेंद पर ही विकेट के पीछे कैच करा दिया जिससे उनके पहले टेस्ट में खेलने की संभावना भी क्षीण पड़ गयी.