नई दिल्ली : भारतीय ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या ऑस्ट्रेलिया दौरे पर सीमित ओवरों की सीरीज में बल्ले से तूफानी प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने तीन वनडे और दो टी-20 में 89.33 की औसत से 268 रन बनाए हैं और उनके इस प्रदर्शन से उन्हें टेस्ट टीम में चुने जाने के मौके बढ़ा दिए हैं.
पांड्या फिलहाल चार मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम का हिस्सा नहीं हैं. भारत फिलहाल अपने टेस्ट ओपनर रोहित शर्मा की चोट को लेकर परेशान है.
रोहित चोट के कारण पहले दो टेस्ट मैचों में नहीं खेल पाएंगे. ईशांत शर्मा भी चोट से उबर रहे हैं जबकि रविंद्र जडेजा अभी तक कन्कशन से नहीं उबर पाए हैं.
ऐसे में सोशल मीडिया पर पांड्या को टेस्ट टीम में शामिल करने की आवाज उठ रही है.
27 वर्षीय पांड्या को केवल सीमित ओवरों की सीरीज के लिए ही भारतीय टीम में चुना गया है. हालांकि इन सीमित ओवरों में उन्होंने अब तक गेंदबाजी नहीं की है.
पूर्व भारतीय बल्लेबाज मोहम्मद कैफ ने ट्विटर पर कहा, "90 के औसत के साथ पांड्या सीमित ओवर के क्रिकेट में विराट कोहली के बाद भारत के प्रमुख बल्लेबाज के तौर पर उभरे हैं. समय आ गया है कि हार्दिक को टेस्ट टीम में शामिल किया जाए. उनकी इस शानदार फॉर्म के चलते उन्हें ऑस्ट्रेलिया में रोका जाना चाहिए."
दूसरे टी-20 के बाद जब पांड्या से पूछा गया था कि क्या वह सीरीज के बाद ऑस्ट्रेलिया में ही रूकना चाहेंगे और बतौर बल्लेबाज टेस्ट मैच में खेलना चाहेंगे तो पांडया ने इस पर कहा था, "यह एक अलग मैच है. मैं टेस्ट में खेलने से इनकार नहीं करूंगा. लेकिन पहले ही टेस्ट की घोषणा की जा चुकी है, इसलिए इस बारे में मैं अब ज्यादा कुछ नहीं कर सकता."
पांड्या ने अपना पिछला टेस्ट मैच 2018 में इंग्लैंड दौरे पर खेला था. भारत ने पिछली बार जब ऑस्ट्रेलिया में पहली बार टेस्ट सीरीज जीती थी तो उस टीम में पांडया नहीं थे क्योंकि बीसीसीआई ने लोकेश राहुल और पांडया को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था और वे वनडे सीरीज में भी नहीं खेल पाए थे.