नई दिल्ली :महिला टीम की पूर्व कप्तान अंजुम चोपड़ा ने महिला क्रिकेट को लेकर भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) से गंभीर प्रयास करने की गुजारिश करते हुए कहा कि उन्हें खेलने के कम मौका मिलना अच्छे संकेत नहीं हैं. बांग्लादेश में फ्रेचाइजी आधारित घरेलू टी20 टूर्नामेंट में कमेंट्री कर के वापस भारत लौटी अंजुम ने पीटीआई-भाषा से कहा कि महिला क्रिकेट को लेकर बीसीसीआई की ओर से स्पष्टता की कमी है.
क्रिकेटर से कमेंटेटर बनी इस पूर्व खिलाड़ी ने कहा, "पुरूष टीम का क्रिकेट दौरा शुरू हो गया. जनवरी (2021) में उनका घरेलू टूर्नामेंट सैयद मुश्ताक अली टी20 टूर्नामेंट के साथ शुरू होगा लेकिन महिलाओं के क्रिकेट को लेकर बोर्ड की भविष्य की योजना क्या है इस बारे में कुछ नहीं पता चल पा रहा."
उन्होंने कहा, "हो सकता है बीसीसीआई महिला क्रिकेट को लेकर गं भीरता से सोच रहा हो लेकिन आम जनता के सामने वह बात नहीं आ पा रही है. हमें भी इस बारे में मीडिया के जरिये ही पता चलेगा लेकिन अभी तक तो कोई ऐसी चर्चा नहीं है. महिला टीम के लिए क्या होगा इस बारे में कुछ पता नहीं."
भारतीय महिला टीम ने ऑस्ट्रेलिया में इस साल आठ मार्च को टी20 विश्व का फाइनल खेलने के बाद एक भी अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला है. महिला खिलाड़ियों को हालांकि इंडियन प्रीमियर लीग के साथ महिला चैलेंजर टी20 टूर्नामेंट में खेलने का मौका मिला था. इस टूर्नामेंट में तीन टीमों के बीच महज चार मैच ही खेले गये. अंजुम ने कहा कि बीसीसीआई की जिम्मेदारी पुरूष के साथ महिला क्रिकेट को लेकर भी है.