नई दिल्ली:चेन्नई में होने वाले दूसरे टेस्ट में भारत की अंतिम एकादश में कम से कम एक बदलाव होगा, क्योंकि इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद झारखंड के बाएं बाथ के स्पिनर शाहबाज नदीम का बाहर होना लगभग तय है.
नदीम के विकल्प पर फैसला शुक्रवार तक किया जाएगा लेकिन उम्मीद की जा रही है कि मैच फिट हो चुके ऑलराउंडर अक्षर पटेल उनकी जगह लेंगे. मंगलवार को समाप्त हुए पहले टेस्ट में भारत को करारी हार का सामना करना पड़ा था.
भारतीय क्रिकेट बोर्ड के एक वरिष्ठ सूत्र ने बताया, "अक्षर के घुटने में मामूली चोट थी और वह पहले ही नेट पर बल्लेबाजी शुरू कर चुका है. अगले कुछ दिनों में उसके गेंदबाजी भी शुरू करने की उम्मीद है."
सूत्र ने कहा, "पहले टेस्ट में खेलने के लिए वह हमेशा पहली पसंद था लेकिन यह कप्तान विराट कोहली, मुख्य कोच रवि शास्त्री और गेंदबाजी कोच भरत अरूण पर निर्भर करेगा."
कोहली ने मैच के बाद नदीम के प्रदर्शन को लेकर अपनी निराशा नहीं छिपाई और मैच के बाद पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान कहा कि जसप्रीत बुमराह, ईशांत शर्मा और रविचंद्रन अश्विन ने जो दबाव बनाया उसे नदीम और वॉशिंगटन सुंदर बरकरार नहीं रख पाए.
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नदीम ने मैच में चार विकेट चटकाए लेकिन दोनों पारियों में 59 ओवर में 233 रन खर्च किए. इतना ही नहीं स्पिनर होने के बावजूद उन्होंने मैच में नौ नोबॉल फेंकी. नदीम ने स्वयं स्वीकार किया कि गेंदबाजी करते समय क्रीज पर कूदते हुए उनकी टाइमिंग में कुछ समस्या थी और उन्हें नेट पर इसमें सुधार करने की जरूरत है.
वॉशिंगटन सुंदर ने पहली पारी में 26 ओवर में 98 रन दिए जबकि दूसरी पारी में उन्हें सिर्फ एक ओवर फेंकने को मिला. उन्होंने हालांकि पहली पारी में बल्ले से शानदार प्रदर्शन किया जिससे उनको अंतिम एकादश में एक बार फिर मौका दिए जाने की संभावना है. भारतीय प्रशंसकों के लिए अच्छी खबर यह है कि भारत की दूसरी पारी के दौरान जोफ्रा आर्चर की गेंद लगने के बावजूद अश्विन ठीक हैं.
पहले टेस्ट में भारत के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले गेंदबाज अश्विन को एहतियाती स्कैन के लिए ले जाने की जरूरत नहीं पड़ी जो कोहली के लिए राहत भरी खबर है जिन्हें शनिवार से शुरू हो रहे अगले टेस्ट में अनुकूल पिच की उम्मीद है.
चेन्नई में पहले टेस्ट के दौरान सपाट पिच के बाद तमिलनाडु क्रिकेट संघ के नए क्यूरेटर वी रमेश कुमार और बीसीसीआई की पिच और मैदान समिति के प्रमुख तापोस चटर्जी के सामने ऐसी पिच तैयार करने की चुनौती है जिसमें टॉस इतना अधिक महत्वपूर्ण नहीं हो.
दूसरे टेस्ट में इस्तेमाल होने वाली पिच पर अभी घास है लेकिन माना जा रहा है कि इससे टर्न मिलेगा. यह देखना रोचक होगा कि पहले टेस्ट से पहले पिच पर काफी पानी देने और रोलिंग करने वाले रमेश और चटर्जी अगले तीन दिन में पिच पर पानी देना बंद करते हैं या नहीं. धूप में अगर सूखी पिच तैयार की जाती है तो हमेशा संभावना रहती है कि यह जल्दी टूटेगी.