हैदराबाद : 2019 विश्व कप में अफगानिस्तान क्रिकेट टीम की कप्तानी कर चुके गुलबदिन नैब ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. उन्होंने इस बातचीत में अफगानिस्तान क्रिकेट के हालात, बॉडीबिल्डर से क्रिकेटर बनने तक का सफर, भारत के बारे में सबसे अच्छी बात, कबतक अपनी पहली आईसीसी ट्रॉफी जीत सकेंगे इसके बारे में खुल कर बात की.
यूं तय किया बॉडीबिल्डिंग से क्रिकेट का सफर
अफगानिस्तान के लिए 100 से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके नैब ने कहा, "मैं उस तरह का बॉडीबिल्डर नहीं था जैसा होना चाहिए था. जब मैं स्कूल में पढ़ता था तब मैं रेसलिंग शो और वीडियो देखता था और फिर ये मेरा शौक बन गया और मैंने बॉडीबिल्डिंग शुरू कर दी थी. मुझे लगा था कि मैं इसमें कुछ कर सकता हूं. बॉडीबिल्डिंग को और आगे ले जाना काफी मुश्किल है लेकिन जब क्रिकेट खेलने लगा तब बॉडीबिल्डिंग करना मुश्किल था क्योंकि क्रिकेट के साथ-साथ बॉडीबिल्डिंग करना काफी मुश्किल है. हालांकि अभी भी मैं बॉडीबिल्डिंग करता हूं."
अफगानिस्तान में क्रिकेटर बनने के लिए कितना संघर्ष करना पड़ता है?
स्टार अफगानी क्रिकेटर ने कहा, "पहले के मुकाबले अब सुविधाएं बहुत ज्यादा हैं. जब क्रिकेट खेलते थे तब हमारा कोई लक्ष्य नहीं था, हमको नहीं पता था कि हम कभी टीवी पर आएंगे और अफगानिस्तान के लिए क्रिकेट खेलेंगे. लेकिन अब सुविधाएं बहुत ज्यादा हैं और हर कोई चाहता है कि उसके घर से कोई न कोई क्रिकेटर बने और अफगानिस्तान के लिए खेले."