अहमदाबाद : भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के सचिव जय शाह ने रविवार को खिलाड़ियों के चयन के लिए प्रदर्शन और आंकड़ों पर ध्यान देने के महत्व पर रोशनी डालते हुए कहा कि खिलाड़ियों के लिए हर रोज नए नए अवसर आ रहे हैं. पहले पैसों के कारण खिलाड़ियों को चुनौतियों का सामना करना पड़ता था, लेकिन अब चीजें बदल चुकी हैं.
अहमदाबाद में वॉलीबॉल एसोसिएशन द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान खिलाड़ियों और उत्साही लोगों की एक सभा को संबोधित करते हुए शाह ने फाइनल मैचों को नियमित खेलों के समान मानसिकता के साथ मानने के महत्व पर भी जोर दिया. उन्होंने दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम के निर्माण में गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन (जीसीए) की यात्रा का जिक्र करते हुए बताया कि कैसे जीसीए को शुरू में पैसों के कारण चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन अब चीजें बदल चुकी हैं और सभी एक शानदार स्टेडियम का लुत्फ उठा रहे हैं.
जय शाह ने कहा-
"स्वर्ण पदक विजेताओं को मेरी सलाह है - एक स्वर्ण हासिल करने के बाद अगले टूर्नामेंट में अगला स्वर्ण हासिल करने पर ध्यान केंद्रित करें. हम यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि वॉलीबॉल टीम आगामी ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर ले, खासकर जब हम भारत में ओलंपिक की मेजबानी करने का प्रयास कर रहे हैं."
महिला क्रिकेटरों की मैच फीस बढ़ाने और इसे पुरुष टीम के बराबर लाने के अपने फैसले के बारे में जानकारी साझा करते हुए शाह ने कहा कि किसी भी तरह के भेदभाव को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. "बीसीसीआई में प्रवेश करने पर मैंने पुरुष और महिला खिलाड़ियों के बीच फीस में एक महत्वपूर्ण अंतर देखा. हम इस भेदभाव को बर्दाश्त नहीं कर सकते थे, इसलिए हमने एक ही निर्णय के माध्यम से दोनों के लिए समान फीस तय की."