दुबई:एशिया कप 2022 में खेले जा रहे मैचों में एक के बाद एक नए तरह का रोमांच दिख रहा है. गुरुवार को खेले गए मैच में श्रीलंका ने बांग्लादेश पर 2 विकेट की जीत दर्ज की है. इस रोमांचक जीत के बाद श्रीलंकाई खिलाड़ियों ने नागिन डांस करके बांग्लादेशी खिलाड़ियों व फैंस को चिढ़ाते हुए चार साल पहले निदाहास ट्रॉफी 2018 में बांग्लादेश से मिली हार का बदला दिया और नागिन डांस करके जवाब भी दिया.
इस मैच में बांग्लादेश ने पहले खेलते हुए 20 ओवर में सात विकेट खोकर 183 रन बनाए थे और दूसरी पारी में ऐसा लग रहा था कि श्रीलंका के बल्लेबाज इस लक्ष्य को हासिल नहीं कर पाएंगे. ऐसे में बांग्लादेश के फैंस दर्शक दीर्घा में नागिन डांस करते देखे जा रहे थे. आखिरकार आखिरी ओवर में श्रीलंकाई टीम जीत गई. श्रीलंका को आखिरी ओवर में आठ रनों की जरूरत थी. पहली गेंद पर एक रन और दूसरी गेंद पर आसिता फर्नांडो ने चौका मार दिया. तीसरी गेंद पर दो रन आए लेकिन यह गेंद नो बॉल हो गई. इसी के साथ श्रीलंका ने जीत हासिल की. इसी दौरान करुणारत्नने ने भी नागिन डांस किया और जीत का जश्न मनाया. इस हार के साथ ही बांग्लादेश की टीम सुपर-4 की रेस से बाहर हो गई.
नागिन डांस करके जवाब देते खिलाड़ी याद दिला दें कि चार साल पहले 2018 में बांग्लादेश ने श्रीलंका को हराया था और श्रीलंका निदाहास ट्रॉफी के फाइनल से चूक गई थी. उसके मैच के बाद बांग्लादेशी खिलाड़ियों ने नागिन डांस किया था. तभी यह डांस पहली बार चर्चा में आया था.
इसके पहले फीफ हुसैन, मेहदी हसन मिराज, महमूदुल्लाह और मोसादेक हुसैन की आक्रामक पारियों के दम पर बांग्लादेश ने एशिया कप टी20 टूर्नामेंट (Asia Cup 2022) के करो या मरो मैच में श्रीलंका के खिलाफ पहले बल्लेबाजी करते हुए सात विकेट पर 183 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया. इस मैच को हारने वाली टीम टूर्नामेंट से बाहर हो जायेगी. बांग्लादेश का श्रीलंका के खिलाफ टी20 अंतरराष्ट्रीय में यह सर्वाधिक स्कोर है.
पारी का आगाज करते हुए मेहदी हसन मिराज ने 26 गेंद में दो चौके और दो छक्के की मदद से 38 रन बनाये. विकेटों के गिरने के बीच अफीफ हुसैन (22 गेंद में 39 रन) और अनुभवी महमुदुल्लाह (22 गेंद में 27 रन) ने पांचवें विकेट के लिए 57 रन की आक्रामक साझेदारी कर बड़े स्कोर की नींव रखी. अफीफ ने अपनी पारी में चार चौके और दो छक्के तो वहीं महमूदुल्लाह ने एक चौका और एक छक्का लगाया.
मोसादेक हुसैन ने आखिरी ओवरों में नौ गेंद की नाबाद पारी में चार चौकों की मदद से 24 रन बनाकर टीम के स्कोर को 183 के पार पहुंचाया. बांग्लादेश ने आखिरी पांच ओवरों में 60 रन बटोरे. टीम के लिए कप्तान शाकिब अल हसन ने 22 गेंद में 24 रन का योगदान दिया. श्रीलंका के लिए वानिंदु हसरंगा और चमिका करुणारत्ने ने दो-दो विकेट लिए.
पदार्पण कर रहे असिथा फर्नांडो (51 रन पर एक विकेट) ने पारी के तीसरे ओवर में शब्बीर रहमान (पांच रन) को पवेलियन की राह दिखाकर श्रीलंका को पहली सफलता दिलायी. मेहदी हसन मिराज ने चौथे ओवर में महीश तीक्षना की गेंद पर छक्का और पांचवें ओवर में फर्नांडो के खिलाफ लगातार गेंदों पर छक्का और चौका लगा कर रन गति को तेज किया. फर्नांडो के इस ओवर से बांग्लादेश ने 18 रन बटोरे. अगले ओवर में मेहदी हसन मिराज ने एक और चौका जड़ा जिससे पावरप्ले में टीम का स्कोर एक विकेट पर 55 रन हो गया.
सातवें ओवर में गेंदबाजी के आये हसरंगा ने मेहदी हसन मिराज को बोल्ड कर 26 गेंद में 38 रन की उनकी पारी को खत्म किया. अगले ओवर में चमिका करुणारत्ने की उछाल लेती गेंद पर मुशफिकुर रहीम (चार रन) विकेटकीपर मेंडिस को कैच देकर आउट हुए. कम होती रन गति को पटरी पर लाने के लिए कप्तान शाकिब अल हसन ने जोखिम उठाकर नौवें और 10वें ओवर में चार गेंद पर तीन चौके जड़े. तीक्षना ने 11वें ओवर में उन्हें बोल्ड करके उनकी पारी को खतरनाक होने से पहले ही रोक दिया.
इसके बाद अफीफ हुसैन और महमुदुल्लाह तेजी से रन बटोरे. अफीफ इस दौरान ज्यादा आक्रामक रहे. उन्होंने 13वें ओवर में हसरंगा और 16वें ओवर में फर्नांडो के खिलाफ लगातार गेंदों पर चौका और छक्का लगाया तो वहीं महमुदुल्लाह ने यही काम पारी के 15वें ओवर में हसरंगा के खिलाफ किया. दोनों की अर्धशतकीय साझेदारी को मदुशंका ने 17वें ओवर में अफीफ को आउट कर तोड़ा. 18वें ओवर में हसरंगा ने महमुदुल्लाह को चलता किया. इसके के बाद मोसादेक ने अपनी आक्रामक बल्लेबाजी से श्रीलंका के गेंदबाजों को दबाव में ला दिया. आखिरी ओवर में तस्कीन अहमद (नाबाद 11) ने भी छक्का लगाया जिससे टीम ने 180 के स्कोर को पार किया.
दोनों टीमें इस प्रकार हैं-
बांग्लोदश टीम: सब्बीर रहमान, मुशफिकुर रहीम (विकेटकीपर), शाकिब अल हसन (कप्तान), अफिफ हुसैन, महमूदुल्लाह, मोसादेक हुसैन, महेदी हसन, तस्कीन अहमद, मेहदी हसन मिराज, मुस्तफिजुर रहमान और एबादत हुसैन.
श्रीलंका टीम:पथुम निसानका, कुसल मेंडिस (विकेटकीपर), चरित असलंका, दनुष्का गुणाथिलका, भानुका राजपक्षे, वानिन्दु हसरंगा, दासुन शनाका (कप्तान), चमिका करुणारत्ने, महेश थीक्षाना, दिलशान मदुशंका और असिथा फर्नांडो.