नई दिल्ली : भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज आकाश चोपड़ा का मानना है कि 2011 विजेता टीम द्वारा की गई तैयारी की तुलना में 2023 पुरुष एकदिवसीय विश्व कप की तैयारी में एक बड़ा अंतर है. 2007 वनडे वर्ल्डकप की समाप्ति के बाद और 2011 संस्करण की शुरुआत से पहले भारत ने 118 वनडे मैच खेले थे. 2023 विश्वकप शुरू होने में सिर्फ दो महीने बाकी हैं. भारत ने इंग्लैंड में 2019 संस्करण की समाप्ति के बाद सिर्फ 57 मैच खेले हैं. इसके अलावा भारत ने 2021 की शुरुआत से 42 एकदिवसीय मैच खेले हैं. जिसमें 44 खिलाड़ियों को आजमाया गया है. जो इस बात पर प्रकाश डालता है कि अभी तक एक मजबूत टीम कॉम्बिनेशन हासिल नहीं किया जा सका है.
आकाश ने कहा कि 2011 और 2023 विश्व कप की तैयारी में एक महत्वपूर्ण अंतर है जो कि खेले जाने वाले टी20 क्रिकेट की मात्रा है. मुझे अभी भी याद है कि 2007 में उद्घाटन टी20 विश्व कप जीतने के बाद भी हम टी20 क्रिकेट खेलने के लिए बहुत हम में नहीं थे. तब टीम द्वारा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर दो अलग-अलग प्रारूप खेले जाते थे. आकाश चोपड़ा ने कहा कि एकदिवसीय टीम एक साथ इतना अधिक क्रिकेट खेल रही थी कि टीम में सब कुछ सही चल रहा था. वो एक सीनियर टीम थी. यह जरूरी नहीं कि उम्र के लिहाज से लेकिन उन्होंने काफी क्रिकेट खेला था. मुझे याद नहीं है कि विश्व कप शुरू होने से पहले किसी ने 50 से कम वनडे मैच खेले हों. निश्चित रूप से बल्लेबाजी विभाग में नहीं साथ ही गेंदबाजी विभाग में भी. क्योंकि जहीर खान, हरभजन सिंह और आशीष नेहरा जैसे खिलाड़ी तब तक काफी क्रिकेट खेल चुके थे.