नई दिल्ली: ओलंपिक पदक विजेता सायना नेहवाल और पूर्व वर्ल्ड नंबर-1 किदांबी श्रीकांत जैसे बैडमिंटन खिलाड़ियों के लिए इस साल होने वाले टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने का मौका तेजी से खत्म होता जा रहा है और अब उनके पास टोक्यो ओलंपिक का टिकट पाने के लिए लगभग पांच टूर्नामेंट हैं.
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हाल ही में संपन्न हुए स्विस ओपन ओलंपिक क्वालीफिकेशन का पिछला टूर्नामेंट था और विश्व चैंपियन पीवी सिंधु एकमात्र भारतीय थीं जो फाइनल में पहुंचने में सफल रहीं थी.
लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता सायना स्विस ओपन के पहले ही राउंड में बाहर हो गई थी. एकल में प्रत्येक टूर्नामेंट के लिए एक देश से केवल दो ही खिलाड़ी भाग ले सकते हैं, लेकिन इसके लिए उनकी रैंकिंग टॉप 16 में होनी चाहिए.
सिंधु अभी सातवें नंबर पर है जबकि सायना 19वें नंबर पर है. पुरुष एकल वर्ग में श्रीकांत की रैंकिंग में 13वीं है जबकि बी साई प्रणीत फिर से टॉप 16 में पहुंचे हैं.
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चार बार के राष्ट्रीय पुरुष युगल चैंपियन उदय पवार ने कहा, "मुझे लगता है कि श्रीकांत, सिंधु, चिराग और सात्विक क्वालिफाई करेंगे. स्विस ओपन में उनके प्रदर्शन के कारण श्रीकांत और सिंधु की रैंकिंग में सुधार होगा. मेरे दृष्टिकोण से जो टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, वे क्वालीफिकेशन के करीब पहुंचेंगे."
क्वालीफिकेशन कलैंडर 25 अप्रैल से 15 जून तक का है. उन्होंने कहा, "सायना के लिए शीर्ष 10 में आना संभव नहीं होगा, लेकिन वह अभी भी शीर्ष 10 में पहुंच सकती हैं. जिन्होंने पहले से ही क्वालीफिकेशन के खुद को मजबूत कर लिया है, वे आगामी टूर्नामेंटों में भाग नहीं ले सकते क्योंकि वे सिर्फ ओलंपिक तैयारी करेंगे. वे उन लोगों के लिए बड़े होंगे, जिन्हें क्वालीफाई करना है या अपनी रैंकिंग में सुधार करना चाहते हैं."