बासेल (स्विट्जरलैंड): भारत के पुरुष एकल खिलाड़ियों समीर वर्मा, एचएस प्रणय और किदाम्बी श्रीकांत ने भी क्रमश: 2018, 2016 और 2015 में यहां खिताब जीता था जबकि बी साई प्रणीत पिछले सत्र में उप विजेता रहे थे. ये चारों खिलाड़ी 140,000 डॉलर इनामी प्रतियोगिता में अपने पुराने प्रदर्शन को दोहराने की कोशिश करेंगे. इस टूर्नामेंट से ओलंपिक क्वालीफाईंग प्रतियोगिताओं की बहाली भी होगी.
यहां के सेंट जैकबशेल स्थल पर ही ओलंपिक रजत पदक विजेता सिंधू ने 2019 में विश्व चैंपियनशिप का स्वर्ण पदक जीता था। यह कोविड-19 महामारी के व्यवधान से पहले उनका आखिरी खिताब था. दूसरी वरीयता प्राप्त सिंधू पहले दौर में तुर्की की नेस्लीहान ईगिट से भिड़ेगी. यहां उनकी क्वार्टर फाइनल तक राह आसान लग रही है लेकिन अंतिम आठ में उनका मुकाबला पांचवीं वरीयता प्राप्त थाई खिलाड़ी बुसानन ओंगबामरंगफान से हो सकता है जिसे उन्होंने जनवरी में टोयोटा थाईलैंड ओपन में हराया था.
दो बार की पूर्व चैंपियन साइना भी सिंधू वाले हॉफ में ही है. सेमीफाइनल में ये दोनों भारतीय खिलाड़ी आमने-सामने हो सकती हैं. साइना को हालांकि इससे पहले कोरिया की छठी वरीयता प्राप्त सुंग जी ह्यून और डेनमार्क की चौथी वरीय मिया ब्लिचफेल्ट की चुनौती से पार पाना पड़ सकता है. लंदन ओलंपिक खेलों की कांस्य पदक विजेता साइना पहले दौर में थाईलैंड की पिटायापोर्न चाइवान से भिड़ेगी जो विश्व जूनियर चैंपियनशिप की पूर्व कांस्य पदक विजेता है.
सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी ओर चिराग शेट्टी की विश्व में 10वें नंबर की पुरुष युगल जोड़ी पर सभी की निगाह लगी रहेगी. युगल के नये कोच मैथियास बो की निगरानी में एक महीने तक अभ्यास करने के बाद यह दूसरी वरीयता प्राप्त भारतीय जोड़ी अपना अच्छा प्रदर्शन जारी रखने की कोशिश करेगी. सात्विक और चिराग टोयोटा थाईलैंड ओपन में सेमीफाइनल तक पहुंचे थे.