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श्रीकांत ने BAI से मांगी माफी फिर खेल रत्न के लिए हुए नामांकित - khel ratna news

पूर्व वर्ल्ड नंबर-1 किदाम्बी श्रीकांत और उनके साथी एच.एस. प्रणॉय इसी साल फरवरी में मनीला में आयोजित एशियाई बैडमिंटन चैम्पियनशिप में BAI के मना करने के बाद भी टीम को छोड़कर चले गए थे जिसके कारण भारत के पदक जीतने की उम्मीद अधर में पड़ गई थी.

Kidambi Sreekanth
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Published : Jun 19, 2020, 9:02 PM IST

नई दिल्ली: भारतीय बैडमिंटन संघ (BAI) ने किदाम्बी श्रीकांत के माफी मांगन के बाद उन्हें इस साल खेल रत्न के लिए नामांकित किया है.

पूर्व वर्ल्ड नंबर-1 किदाम्बी श्रीकांत और उनके साथी एच.एस. प्रणॉय इसी साल फरवरी में मनीला में आयोजित एशियाई बैडमिंटन चैम्पियनशिप में BAI के मना करने के बाद भी टीम को छोड़कर चले गए थे जिसके कारण भारत के पदक जीतने की उम्मीद अधर में पड़ गई थी.

श्रीकांत
भारत को सेमीफाइनल में इंडोनेशिया से हार का सामना करना पड़ा था. इसके बाद BAI ने इन दोनों का नाम खेल अवार्ड के लिए नामांकित न करने का फैसला किया था. श्रीकांत ने अब इस पर बिना शर्त माफी मांगी है और इसके बाद उन्हें खेल रत्न के लिए नामांकित किया गया है. BAI के महासचिव अजय सिंघानिया ने एक बयान में कहा, "हमें श्रीकांत की तरफ से ईमेल मिला है जिसमें उन्होंने अपनी गलती स्वीकार ली है और उन्होंने साथ ही कहा है कि वो आगे ऐसा नहीं करेंगे. श्रीकांत की प्रतिभा को देखते हुए और उन्होंने जो उपलब्धियां हासिल की हैं, उन्हें देखते हुए हमने उनका नाम राजीव गांधी खेल रत्न के लिए नामांकित किया है."


प्रणॉय को 15 दिनों की मौहलत
संघ ने प्रणॉय को भी माफी मांगने के लिए 15 दिनों का समय दिया है.

सिंघानिया ने कहा, "प्रणॉय के साथ अनुशासन संबंधी कई मुद्दे हैं. महासंघ अभी तक उन्हें लेकर काफी सहिष्णु रहा है, लेकिन हाल ही में उनके रवैये ने BAI को उनके खिलाफ कदम उठाने को मजबूर कर दिया."

उन्होंने कहा, "उनको कारण बताओ नोटिस भेजा गया है. अगर खिलाड़ी तय समय में अपना जवाब नहीं भेजते हैं तो BAI उनके खिलाफ कदम उठाएगा."

इससे पहले BAI ने अर्जुन अवार्ड के लिए सात्विकसाइराज रैंकी रेड्डी और चिराग शेट्टी के अलावा समीर वर्मा को नामांकित किया था. इसके बाद प्रणॉय ने इस पर सवाल खड़े किए थे और कहा था कि जिन खिलाड़ियों ने कुछ नहीं जीता उन्हें राष्ट्रीय अवार्ड के लिए नामांकित किया गया है और जिन्होंने राष्ट्रमंडल खेलों तथा एशियाई चैम्पियनशि में पदक जीते, उन्हें नजरअंदाज किया गया है.

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