नई दिल्ली: राष्ट्रीय खेल पुरस्कार-2020 भारतीय बैडमिंटन के लिए बड़ी उपलब्धि साबित हुए हैं, क्योंकि इन पुरस्कारों में छह अवॉर्ड बैडमिंटन के हिस्से आए हैं, जिसमें इस खेल को पहली बार मिला ध्यानचंद लाइफटाइम अचिवमेंट अवॉर्ड शामिल है. प्रतिष्ठित ध्यानचंद अवॉर्ड पूर्व बैडमिंटन खिलाड़ी प्रदीप गांधे, त्रिपती मुरगुंडे और सत्यप्रकाश तिवारी (पैरा खिलाड़ी) को खेल में उनके योगदान के लिए मिला है.
गांधे ने 1982 एशियाई खेलों में युगल वर्ग में कांस्य पदक जीता. वो प्रकाश पादुकोण और सैयद मोदी के साथी रहे हैं जबकि दो बार के दक्षिण एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता मुरगुंडे अपनी तकनीकी दक्षता के लिए जानी जाती थीं.
पैराबैडमिंटन टूर्नामेंट्स में नौ अंतरराष्ट्रीय पदक जीतने वाले तिवारी के अलावा पैरा बैडमिंटन टीम के मुख्य कोच गौरव खन्ना को भी द्रोणाचार्य अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है. खन्ना के रहते भारतीय टीम ने कई शानदार जीतें हासिल की हैं जिसमें विश्व चैम्पियनशिप में जीता स्वर्ण पदक शामिल है.