बैंकॉक: ओलंपिक की दावेदार पीवी सिंधु और सायना नेहवाल की अगुवाई में भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी कोविड-19 महामारी के कारण लंबे अंतराल के बाद पिछले सप्ताह खेली गयी एशियाई चरण की पहली प्रतियोगिता में खराब प्रदर्शन को भुलाकर मंगलवार से यहां शुरू हो रहे थाईलैंड ओपन सुपर 1000 टूर्नामेंट में बेहतर वापसी करना चाहेंगे.
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पिछले सप्ताह योनेक्स थाईलैंड ओपन में भारतीय खिलाड़ी अपनी फिटनेस की समस्या से जूझते दिखे और कोई भी दूसरे दौर से आगे नहीं बढ़ सका. किदांबी श्रीकांत के अलावा भारतीय दल के अन्य सदस्यों के लिए पिछले 10 महीने में यह पहला टूर्नामेंट है.
इस दौरान ओलंपिक रजत पदक विजेता सिंधु पहले दौर में डेनमार्क की मिया ब्लिचफिल्ड्ट से जबकि लंदन ओलंपिक (2012) की कांस्य पदक विजेता सायना नेहवाल थाईलैंड की बुसनान ओंगबुरूंगपान से दूसरे दौर में हार गयी थी.
अन्य शीर्ष भारतीय खिलाड़ियों में विश्व रैंकिंग में 13वें स्थान पर काबिज बी साई प्रणीत पहले दौर में थाईलैंड के कांटाफोन वांगचारोन की चुनौती का सामना नहीं कर सके तो वहीं पूर्व विश्व नंबर एक किदांबी श्रीकांत और 2014 राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता पारुपल्ली कश्यप को मांसपेशियों को खिंचाव के कारण टूर्नामेंट से हटना पड़ा.
विश्व चैम्पियन सिंधु ने यहां आने से पहले दो महीनों तक लंदन में अभ्यास किया था. वह मंगलवार से शुरु होने वाले टूर्नामेंट के पहले दौर में विश्व की 12वें नंबर की खिलाड़ी बुसनान का सामना करेंगी.