मुंबई: मौजूदा पैरा बैडमिंटन विश्व चैंपियन मानसी जोशी राष्ट्रीय बैडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद से प्रेरणा ले रही हैं और उनका लक्ष्य संन्यास के बाद पैरा एथलीटों के लिए अनुकूल माहौल तैयार करना है. 2014 में पेशेवर बैडमिंटन की शुरुआत करने वाली मानसी पिछले दो साल से गोपीचंद के मार्गदर्शन में ट्रेनिंग कर रही हैं. वो पैरा एथलीटों के प्रति लोगों का नजरिया बदलने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
मानसी ने भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ी मुदित दानी से ऑनलाइन बातचीत के दौरान कहा, "बैडमिंटन के बाद मैं उस स्क्रिप्ट का हिस्सा बनना चाहूंगी, जो भारत में दिव्यांगता के प्रति लोगों का नजरिया बदले. मैं भविष्य की पीढ़ी के लिए इसे बेहतर बनाना चाहती हूं."
ओलंपिक पदक विजेता कोच गोपीचंद ने मानसी जोशी की तकनीकी और फुर्ति शैली में सुधार कराया है. मानसी जोशी का मानना है कि गोपीचंद के साथ ट्रेनिंग शुरू करने से उन्हें विश्वास हुआ कि वो एक बेहतर खिलाड़ी हैं.