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'मुझे लोगों की उम्मीदें प्रेशर नहीं जिम्मेदारी लगती हैं' - पीवी सिंधु

ईटीवी भारत से खास बातचीत में पीवी सिंधु ने अपने शेड्यूल को लेकर कहा, "बैडमिंटन के लिए पैशन है इसलिए मुझे ये कभी मुश्किल नहीं लगा और कुछ पाने के लिए तो कुछ खोना ही पड़ता है."

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Published : Feb 3, 2020, 5:46 PM IST

Updated : Feb 29, 2020, 1:00 AM IST

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हैदराबाद:वर्ल्ड चैंपियन और भारत की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की, जहां उन्होंने अपनी ओलंपिक की तैयारी से लेकर हैदराबाद हंटर्स के साथ तय किए गए सफर पर बात की.

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सिंधु से उनकी फेवरेट पीबीएल टीम के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "पहली सीजन में मैं लखनऊ (अवध वॉरियर्स) में थी फिर मैं दूसरी बार चेन्नई (चेन्नई सुपरस्टार्स) में थी और पिछली दो बार से मैं हैदराबाद टीम में हूं. मेरे लिए हैदराबाद काफी अलग टीम थी क्योंकि ये होम टीम के जैसी है और मुझे काफी खुशी मिलती है जब मैं होम टीम के लिए खेलती हूं. हैदराबाद से होने के नाते लोग भी यही चाहते थे कि मैं हैदराबाद से खेलूं."अपने शेड्यूल को लेकर सिंधु ने कहा, "बैडमिंटन के लिए पैशन है इसलिए मुझे ये कभी मुश्किल नहीं लगा और कुछ पाने के लिए तो कुछ खोना ही पड़ता है."
पीवी सिंधु की उपलब्धियां
रियों ओलंपिक में किए गए अपने संघर्ष को लेकर सिंधु ने कहा, "ये बात सच है कि जब मैं ओलंपिक (रियो) के लिए गई थी तब मैं 20-30 दिनों तक अपने फोन से दूर थी लेकिन मुझे बुरा नहीं लगा क्योंकि मुझे बाद में रजत पदक मिला तो मैं सारा संघर्ष भूल गई थी." टोक्यो ओलंपिक के क्वालीफिकेशन पर सिंधु ने कहा, "टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफिकेशन्स चल रहे हैं और हमारे लिए एक-एक टूर्नामेंट काफी जरूरी हैं. हालांकि ये ओलंपिक मेडल जीतना आसान नहीं होगा लेकिन सबकी कोशिश रहेगी मेडल जीतने की."
पीवी सिंधु

लोगों कि उम्मीदों को लेकर सिंधु ने कहा कि उनको अच्छा लगता है जब लोग उनके लिए चीयर करते हैं. सिंधु ने कहा, "कभी आप हारते हो तो कभी आप जीतते हो ये सब जिंदगी का हिस्सा है. बाकि रही बात प्रेशर की तो मुझे लोगों कि उम्मीदें प्रेशर नहीं जिम्मेदारी लगती है और जब मैं कोर्ट पर जाती हूं तो मैं अपना बेस्ट देने के लिए जाती हूं."

सिंधु के अलावा हैदराबाद हंटर्स के मालिक डॉ. वीके राव भी मौजूद थे उन्होंने अपना अनुभव बांटते हुए कहा, "मैं अपने कॉलेज के दिनों से बैडमिंटन को पसंद करता आ रहा हूं वो बात अलग है कि मैं उन दिनों एक टीम नहीं खरीद पाता लेकिन 4 साल पहले मुझे लगा की अब मैं खरीद सकता हूं."

सिंधु को अपनी टीम से जोड़ने को लेकर डॉ. वीके राव ने कहा, "ये काफी मुश्किल था क्योंकि सभी टीमों को पीवी सिंधु चाहिए थी और सब लोग इनको टीम से जोड़ने की कोशिश कर रहे थे लेकिन बाद में एक लौटरी की तरह सिंधु हमारी टीम के साथ जुड़ी."

Last Updated : Feb 29, 2020, 1:00 AM IST

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