खेल के आयोजकों ने यह घोषणा की. तोक्यो ओलंपिक की आयोजन समिति ने 2017 में लोगों से पुराने स्मार्टफोन और लैपटॉप सहित अन्य इलेक्ट्रॉनिक कचरे को एकत्रित करने की योजना लांच की थी जिसका उद्देश्य पदकों के लिए धातु इकट्ठा करना था. स्थानीय जापानी व्यवसाय और उद्योग से इस कचरे के रिसाइकिलिंग के बाद मिली धातु एकत्रित की जा चुकी है.
TOKYO OLYMPICS 2020: ई-कचरे की रिसाइकलिंग कर तैयार किए जाएंगे पदक - japan
नई दिल्ली: जापान को एक नवाचारी (Innovatory) देश के रूप में जाना जाता है. इसी तरह का नवाचार (Innovation) तोक्यो में होने वाले ओलंपिक खेलों में भी देखा जाएगा. तोक्यो 2020 ओलंपिक के सभी पदक इलेक्ट्रॉनिक कचरे की रिसाइकलिंग करने के बाद उसमें धातु मिलाकर बनाए जाएंगे.
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रियो ओलंपिक में भी आजमाया जा चुका है यह तरीका
जारी बयान के अनुसार आयोजकों ने कहा कि जितनी मात्रा में धातु मिली है, उससे उसका लक्ष्य पूरा हो जाएगा और यह प्रक्रिया मार्च के अंत में समाप्त हो जाएगी. पिछले साल नवंबर में नगर निगम अधिकारियों ने 47,488 टन बेकार उपकरण एकत्रित किए थे जिसमें से लोगों ने स्थानीय नेटवर्क को 50 लाख इस्तेमाल किए गए फोन दिए थे. इससे पहले भी इलेक्ट्रॉनिक कचरे की रिसाइकलिंग कर ओलंपिक पदक बनाए गए हैं, जिसमें रियो ओलंपिक भी शामिल था. जिसके पदकों के लिए 30 प्रतिशत चांदी और कांसा ऐसे ही प्राप्त किया गया था.