हैदराबाद :अमिताभ बच्चन के मोस्ट पॉपुलर टीवी क्विज शो 'कौन बनेगा करोड़पति-13' में आगरा की दिव्यांग कंटेस्टेंट शिक्षिका हिमानी बुंदेला का सात करोड़ रुपये जीतने का सपना अधूरा रह गया. हिमानी केबीसी 13 की पहली करोड़पति कंटेस्टेंट हैं. उन्होंने शो में एक करोड़ रुपये की राशि जीतीं. हिमानी शो के आखिरी सवाल का जवाब गलत दे बैठीं और सात करोड़ रुपये जीतने से चूंक गईं. क्या आपको पता है, इस सवाल का जवाब?
अमिताभ बच्चन ने सात करोड़ के लिए हिमानी से 16वां और आखिरी प्रश्न पूछा 'डॉ बी आर आंबेडकर द्वारा लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में प्रस्तुत हुए थीसिस का शीर्षक क्या था, जिसके लिए उन्हें 1923 में डॉक्टरेट की उपाधि दी गई थी?
1.द वांट्स एंड मीन्स ऑफ इंडिया
2.द प्रॉब्लम ऑफ रूपी
3. नेशनल डिविडेंट ऑफ इंडिया
4. द लॉ ऑफ लॉयर
इस सवाल का सही जवाब है ‘द प्रॉब्लम ऑफ रूपी'.
कौन हैं हिमानी बुंदेला
हिमानी बुंदेला ताजनगरी के गुरु गोविंद नगर की रहने वाली हैं और वह पेशे से एक अध्यापिका है. स्कूल में पढ़ाने के अलावा वह दिव्यांग बच्चों के लिए जागरूकता कार्यकम भी चलाती हैं. हिमानी की आंखों की रोशनी नहीं है, बावजूद इसके वह बच्चों की जिंदगी रोशन करने का सराहनीय काम करती हैं. आइए जानते हैं आखिर कैसे गई हिमानी के आंखों की रोशनी?
हिमानी के साथ हुआ हादसा
हिमानी 15 साल की उम्र में एक हादसे का शिकार हुई थीं, जिसके कारण उनकी आंखों की रौशनी हमेशा के लिए चली गईं. इस हादसे के बाद हिमानी टूट चुकी थीं, लेकिन इस मुश्किल वक्त में उनका परिवार उनकी ढाल बना. घर में उनका सबसे ज्यादा साथ उनकी बड़ी बहन और पिता ने दिया.
हिमानी का टूटा सपना
हिमानी बचपन से ही पढ़ने में होशियार थीं और वह एक डॉक्टर बनने का सपना संजो रही थीं, लेकिन इस हादसे के साथ उनका यह सपना टूट गया. परिवार ने फिर भी हिमानी को पढ़ाया. हिमानी ने स्नातक के बाद बीएड किया और पढ़ाई खत्न होने के बाद वह केंद्रीय विद्यालय में शिक्षिका बनीं.
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