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दूरदर्शन फिर से करेगी 'रामायण' का प्रसारण, जनता की मांग पर लिया गया फैसला - पब्लिक डिमांड पर रामायण प्रसारण

सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने अपने ट्विटर हैंडल से 'रामायण' सीरियल के दोबारा टेलीकास्ट होने की तारीख और समय बताया. यह फैसला लॉकडाउन के दौरान उठी जनता की मांग पर किया गया है. टीवी की दुनिया में रिकॉर्ड बनाने वाले रमानंद सागर के 'रामायण' के पहले एपिसोड का प्रसारण शनिवार, 28 मार्च को सुबह 9 बजे और दूसरे एपिसोड का प्रसारण रात 9 बजे किया जाएगा.

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दूरदर्शन फिर से करेगी रामायण का प्रसारण, जनता की मांग पर लिया गया फैसला

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Published : Mar 27, 2020, 1:49 PM IST

नई दिल्लीः टेलीविजन की दुनिया में लोकप्रियता के नए मानक गढ़ने वाले धारावाहिक 'रामायण' का शनिवार से फिर से प्रसारण होगा, ताकि लॉकडाउन के दौरान घरों में समय गुजार रही जनता का मनोरंजन हो सके.

सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने शुक्रवार को इसका ऐलान किया. उन्होंने बताया कि जनता की मांग पर शनिवार से 'रामायण' का फिर से प्रसारण शुरू होगा.

प्रकाश जावड़ेकर ने शुक्रवार को ट्वीट करके कहा, 'जनता की मांग पर कल शनिवार 28 मार्च से 'रामायण' का प्रसारण दोबारा दूरदर्शन के नेशनल चैनल पर शुरू होगा. पहला एपिसोड सुबह 9 बजे और दूसरा एपिसोड रात 9 बजे प्रसारित होगा.'

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते दिनों कोरोनावायरस के कारण 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा की थी तो भाजपा नेता अश्विनी उपाध्याय सहित तमाम लोगों ने सोशल मीडिया पर 'रामायण' और 'महाभारत' के प्रसारण की मांग उठाई थी.

इसके बाद प्रसार भारती के सीईओ शशि शेखर ने बीते 26 मार्च को फिर से प्रसारण के संकेत दिए थे. आखिरकार सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने फैसला किया और मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने शुक्रवार को इसके प्रसारण के समय की जानकारी दी.

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'रामायण' का लेखन से लेकर और निर्देशन रामानंद सागर ने किया था। इसलिए इस टीवी सीरीज को 'रामानंद रामायण' भी कहा जाता है. कुल 78 एपिसोड वाले इस धारावाहिक का देश मे पहली बार प्रसारण 25 जनवरी, 1987 से लेकर 31 जुलाई, 1988 तक हुआ था. इस दौरान हर रविवार को सुबह साढ़े नौ बजे यह धारावाहिक टीवी पर आता था.

तुलसीदास के 'रामचरित मानस' पर आधारित इस धारावाहिक का जब पहली बार देश में प्रसारण होना शुरू हुआ तो इसके प्रसारण के समय मानो देश ठहर जाता था. लोग कामकाज छोड़कर सुबह साढ़े नौ बजे ही टीवी से चिपक जाते थे. हालांकि उस वक्त बहुत कम घरों में टेलीविजन थे, तो जिनके घर टीवी की सुविधा होती थी वहां पड़ोसियों की भीड़ उमड़ पड़ती थी.

1987 से 1988 तक चले प्रसारण के दौरान 'रामायण' देश ही नहीं दुनिया में सबसे अधिक देखा जाने वाला धारावाहिक बन गया था. जून 2003 तक लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्डस में यह दुनिया के सबसे ज्यादा देखे जाने वाले पौराणिक धारावाहिक के रूप में दर्ज रहा.

(इनपुट्स- आईएएनएस)

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