मुंबई: अभिनेत्री सुप्रिया पाठक का कहना है कि वह आज भी अपने करियर को लेकर बहुत अधिक महत्वाकांक्षी नहीं हैं और फिल्मों में केवल उन किरदारों को निभाने में विश्वास करती हैं जो उन्हें खुशी देते हैं. मां दीना पाठक, बहन रत्ना पाठक शाह, बहनोई नसीरुद्दीन शाह और पति पंकज कपूर सहित भारतीय सिनेमा के कुछ बेहतरीन कलाकारों के परिवार से आने वाली सुप्रिया पाठक का कहना है कि उनका प्रमुख उद्देश्य दर्शकों का मनोरंजन करना है.
सुप्रिया (60) ने 'कलयुग', 'मासूम', 'बाजार', 'मिर्च मसाला', 'वेक अप सिड', 'गोलियों की रासलीला राम-लीला' और 'रामप्रसाद की तेहरवीं' आदि फिल्मों के अलावा 'इधर उधर', 'मोहनदास बी.ए.एल.एल.बी', 'खिचड़ी' जैसे टेलीविजन शो और वेब सीरीज़ 'कार्टेल' में शानदार अभिनय के जरिए अपनी विशेष पहचान बनाई है.
सुप्रिया पाठक ने पीटीआई-भाषा को दिए विशेष साक्षात्कार में कहा, 'मुझे अभिनय करना बहुत अच्छा लगता है और इसमें आनंद आता है. मैं आज भी अपने करियर को लेकर अधिक चिंतित नहीं हूं. मैं वास्तव में करियर में आगे बढ़ने के लिए बहुत अधिक मेहनत करने में विश्वास नहीं करती हूं. लेकिन, मैं ईमानदारी से सिर्फ इसलिए काम करती हूं क्योंकि मैं अपने अभिनय का आनंद लेती हूं. यदि कभी मेरे अभिनय की प्रशंसा होती है, तो ऐसा केवल इसलिए होता है क्योंकि मैं विशुद्ध रूप से अपने अभिनय का आनंद लेती हूं. मैं बहुत अधिक महत्वाकांक्षी नहीं हूं. मेरे पास जो कुछ भी है उससे मैं बहुत खुश हूं.'
दिग्गज अभिनेत्री ने कहा, 'मैं नियति में पूरी दृढ़ता के साथ विश्वास करती हूं और मेरा मानना है कि मेरे लिए जो भी काम होगा, वह मुझे ही मिलेगा. मुझे जो कुछ भी मिलता है, उससे मैं संतुष्ट हूं. जल्द ही वेब सीरीज़ 'टब्बर' और मेरी फिल्म 'रश्मि रॉकेट' रिलीज होने वाली हैं. इसके बाद 'मनोहर पांडे' और दो-तीन फिल्में भी आने वाली हैं.' सुप्रिया पाठक ने अपने चार दशक लंबे करियर में मिले प्यार और प्रसिद्धि का श्रेय दर्शकों को दिया है.