चंडीगढ़: सेक्टर 42 के गर्ल्स कॉलेज में पढ़ने वाली छात्रा हरनाज कौर संधू अब किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं. हरनाज ने मिस यूनिवर्स का खिताब जीता है और पूरे देश का नाम रोशन किया(Miss universe 2021 winner) है.हरनाज इस उपलब्धि पर सेक्टर 42 स्थित उनके कॉलेज में जश्न का माहौल (Celebration at Miss Universe College In Chandigarh) है. यहां पर टीचर और छात्राएं मिलकर खुशी में झूम रहे हैं. इस मौके पर कॉलेज में नाच गाकर छात्राएं अपनी खुशी का इजहार कर रही हैं. इस मौके पर ईटीवी भारत से इन छात्राओं ने बात की.
ईटीवी भारत से बात करते हुए इन छात्राओं ने कहा कि इससे बड़ी उनके लिए कोई खुशी नहीं हो सकती. उनके साथ पढ़ने वाली एक हरनाज कौर ने दुनिया भर में इतना बड़ा मुकाम हासिल किया (Miss Universe 2021) है. छात्राओं ने कहा कि हरनाज पर ना सिर्फ उन्हें गर्व करने का मौका मिला है बल्कि आज पूरा देश उन पर गर्व कर रहा है. हम इस दिन को खूब सेलिब्रेट कर रहे हैं. कॉलेज में सुबह से ही ढोल और डीजे बजाए जा रहे हैं. टीचर और छात्राएं सभी मिलकर डांस कर रहे हैं और खुशी में झूम रहे हैं.
हरनाज के टीचर मोहित वर्मा ने बताया कि वो बीए से ही उसे पढ़ा रहे हैं. पढ़ाई के साथ-साथ उसे थिएटर की ट्रेनिंग भी देते रहे हैं. हरनाज पढ़ाई में तो अच्छी थी ही साथ ही वह थिएटर में भी बहुत दिलचस्पी लेती थी. हमने उसे मिमिक्री करना भी सिखाया और हरनाज ने वही मिमिक्री मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता में भी करके दिखाई. इसके अलावा हमने उसे स्किट भी सिखाई थी जिसका नाम था गुलाब और तेजाब इसी स्किट को दिखाने के बाद हरनाज ने मिस फ्रेश फेस इंडिया का खिताब जीता था. जिसके बाद हरनाज लगातार आगे बढ़ती गई और एक के बाद एक खिताब जीतती गई. मोहित वर्मा ने कहा कि यह उसकी मेहनत का नतीजा है कि आज वो मिस यूनिवर्स 2021 (Miss universe 2021 winner) बन चुकी है.
मिस यूनिवर्स हरनाज कौर संधू की अन्य टीचर शक्ति पाठक ने बताया कि हरनाज वैसे तो बेहद साधारण लड़की थी. लेकिन उसमें कई खासियतें थी. जैसे हरनाज अपने लक्ष्यों को लेकर गंभीर थी. उसे पता था कि उसे क्या करना है और वह अपने लक्ष्यों को लेकर हमेशा मेहनत करती थी. हरनाज लगन की पक्की है. अगर वह हार भी जाए तो वह हार नहीं मानती थी. बल्कि सफलता के लिए हमेशा परिश्रम जारी रखती थी. उसके यही गुण उसे दूसरे बच्चों से अलग बनाते थे और इन्हीं गुणों की वजह से आज इतने बड़े मुकाम तक पहुंची है.
हरनाज को पढ़ाने वाली टीचर डॉ. रंजना ने हरनाज के बारे बताया कि हरनाज बेहद साधारण और शांत स्वभाव की लड़की है. उसने पहले भी कई खिताब हासिल किए हैं, लेकिन अगर कोई भी उससे मिलता तो मिलकर यह नहीं कहा जा सकता कि उसने कई बड़ी उपलब्धियां हासिल की है. हरनाज को जो भी कहा जाए वह हर बात को मानती थी और टीचर द्वारा कहे गए हर काम को पूरा करती थी. हरनाज एक ऐसा उदाहरण बन गई है, जिसे देखकर कहा जा सकता है कि अगर कोई भी लड़की अपने लक्ष्यों को ठान ले और उन्हें पूरा करने के लिए लगन और मेहनत के साथ आगे बढ़े तो कोई भी उसे सफलता प्राप्त करने से नहीं रोक सकता.
हरनाज के घर पर खुशी का माहौल
वहीं, दूसरी तरफ हरनाज संधू के पंजाब के खरार स्थित घर में सोमवार को जश्न का माहौल है. उसकी मां रविंदर कौर ने याद किया कि रविवार को खिताब जीतने से पहले हरनाज ने उनसे कहा था कि 'आप मुझ पर गर्व करेंगी.'
हरनाज ने सोमवार को इतिहास रचते हुए 79 देशों की प्रतिभागियों को पछाड़कर मिस यूनिवर्स 2021 का खिताब अपने नाम किया. भारत को 21 साल के बाद यह खिताब मिला है.