हैदराबाद: बॉलीवुड के महानायक, शहंशाह, एंग्री यंग मैन अमिताभ बच्चन आज 79 साल के हो गए. अमिताभ बच्चन के 79वें जन्मदिन पर आइए याद करते हैं हिंदी सिनेमा में उनके कुछ बेहतरीन सिनेमाई प्रदर्शन को..
'एंग्री यंग मैन' का खिताब उन्हें क्राइम थ्रिलर 'जंजीर' में उनके गुस्सैल किरदार विजय द्वारा शानदार अभिनय के बाद दिया गया. बिग बी के करियर में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित होने के अलावा, फिल्म ने रोमांस से एक्शन तक हिंदी सिनेमा की प्रवृत्ति को बदल दिया. 'द एंग्री यंग मैन' के रूप में पहचान दिला 'जंजीर' ने बच्चन को एक उभरते हुए सितारे में बदल दिया, और उनके लंबे समय के संघर्ष को समाप्त कर दिया.
'जंजीर' के साथ रातोंरात स्टारडम हासिल करने के बाद, बच्चन ने एक बार फिर 1975 की एक्शन-ड्रामा 'दीवार' के साथ सफलता का स्वाद चखा. फिल्म ने अभिनेता के 'एंग्री यंग मैन' की छवि को उनके एक और शानदार किरदार के साथ जोड़ दिया. फिल्म का डायलॉग 'आज खुश तो बहुत होंगे तुम' आज भी यादगार है.
कई क्लासिक्स से सजी उनकी फिल्मोग्राफी की बात करें तो 1975 में रिलीज 'शोले' को कोई नहीं भूल सकता, जो उस समय भारत में सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बन गई थी. अमिताभ द्वारा अभिनीत जय की भूमिका आज भी दर्शकों के बीच यादगार है. 'शोले' ने शायद बॉक्स ऑफिस पर शानदार कमाई करने और कई रिकॉर्ड तोड़ने के साथ ही बिग बी की सुपरस्टारडम की शुरुआत को भी चिह्नित किया.
'शोले' की शानदार सफलता के बाद, अमिताभ ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. उनकी बैक टू बैक हिट फिल्मों में कभी कभी (1976), अमर अकबर एंथनी (1977), डॉन (1978), त्रिशूल (1978), मुकद्दर का सिकंदर (1978) बेशरम (1978), सुहाग (1979), मिस्टर नटवरलाल (1979), शान (1980), याराना (1981), सत्ते पे सत्ता (1982) शामिल हैं.
1983 में, एक्शन-कॉमेडी 'कुली' में लड़ाई के सीक्वेंस की शूटिंग के दौरान बच्चन को घातक चोट लगी थी. कई महीनों तक अस्पताल में भर्ती अभिनेता ने मौत के करीब तक जाने का अनुभव किया था. फिल्म आखिरकार 1983 में पूरी हुई और रिलीज हुई. 'कुली' बच्चन की आंशिक रूप से दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना के कारण वर्ष की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बन गई.