हैदराबाद :बॉलीवुड अभिनेता और फिल्म निर्देशक राजीव कपूर ने आज 58 वर्ष की उम्र में अंतिम सांस ली. रणधीर कपूर ने खुलासा किया है कि मुंबई में मंगलवार दोपहर करीब 1.30 बजे दिल का दौरा पड़ने से राजीव का निधन हो गया.
राज कपूर के तीन बेटों में से सबसे छोटो थे राजीव. रणधीर कपूर और दिवंगत ऋषि कपूर के वह छोटे भाई थे. शोमैन राज कपूर चाहते तो वह अपने बेटे का करियर बनाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा देते लेकिन वह चाहते थे कि राजीव आर के फिल्म्स के बाहर संघर्ष करें और अपना रास्ता खुद तय करें.
राजीव ने अभिनय की शुरुआत 1983 में आई फिल्म 'एक जान हैं हम से' की थी. इस फिल्म के रिलीज के तीन साल बाद वह ब्लॉकबस्टर फिल्म 'राम तेरी गंगा मैली' में बतौर लीड रोल में नजर आएं. 'राम तेरी गंगा मैली' राज कपूर की बतौर निर्देशक आखिरी फिल्म थी. सिमी गरेवाल के शो में राजीव अपने भाई ऋषि के साथ आए थे, जिसमें उन्होंने भाईयों के बीच प्रतिद्वंद्विता से लेकर अपने द्वारा निर्देशित फिल्म 'प्रेम ग्रंथ' की असफलता तथा कई विषयों पर खुलासा किया था.
जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्हे लगता है कि उन्हें अपने भाइयों की तुलना में अधिक संघर्ष का सामना करना पड़ा, तब उन्होंने कहा था कि ऋषि और रणधीर के विपरीत, वह हमेशा निर्देशक बनना चाहते थे और वह संयोग से अभिनेता बन गए क्योंकि वह राज कपूर के सबसे छोटो बेटे थे.
अपने संघर्ष के बारे में बात करते हुए, राजीव ने बताया, 'बेशक, मैंने उनके (राज कपूर) साथ अपनी पहली फिल्म नहीं की. मैंने एफसी मेहरा और उनके बेटे (राजीव मेहरा) के साथ काम किया. मेरे पिता चाहते थे कि मैं ऐसा करूं. वह चाहते थे कि मैं भी वैसा ही करूं जैसा उन्होंने किया था और वह कहते थे कि तुम बाहर क्यों नहीं जाते हो और अपना रास्ता खुद क्यों नहीं तय करते हो. तुम क्यों चाहते हो कि राज कपूर तुम्हे थाली में सब कुछ परोस के दे.'