मुंबई : सिंगर उदित नारायण को फोन पर जान से मारने की धमकियां मिलने का मामला सामने आया है. इस पर उदित ने पुलिस से मदद की गुहार लगाई है, जिसमें सिंगर ने बताया कि पिछले एक महीने से उन्होंने कोई अनजान शख्स नुकसान पहुंचाने की धमाकियां दे रहा है. पुलिस ने बिना एफआईआर के जांच शुरू कर दी थी.
हालांकि, अब न्यूज एजेंसी ने ट्वीट कर इस केस के बारे में जानकारी दी. उन्होंने लिखा कि मुंबई पुलिस ने प्लेबैक सिंगर उदित नारायण का केस को मुंबई क्राइम ब्रांच की एंटी एक्सटॉर्शन सेल (AEC) को भेज दिया है. जिसमें उन्होंने पिछले एक महीने से एक अज्ञात व्यक्ति से धमकी भरे कॉल आने का आरोप लगाया था.
इस जांच में पुलिस ने उस फोन को बरामद कर लिया है, जिससे बिहार के नंबर से धमकियां दी जा रही थी. ये भी पता चला है कि ये कॉल चोरी के फोन से किए जा रहे थे. इस बारे में मुंबई के अंबोली पुलिस स्टेशन के सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर भारत गायवाड़ ने एक वेबसाइट से बातचीत की.
उन्होंने बताया कि हमने उदित नारायण का बयान दर्ज किया है. ये धमकी का मामला है, इसलिए एसओपी (स्टेंटर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर) के मुताबिक बयान को जांच के लिए क्राइम ब्रांच के एईसी को भेजा गया था. उन्होंने आगे बताया कि नारायण के बयान के मुताबिक कॉलर उन्हें गाली और धमकी दे रहा था.
हमने नारायण के घर के पास गश्त बढ़ा दी है. संदिग्ध लोगों पर लगातार नजर रखने के लिए सादे कपड़ों में आसपास के इलाकों में पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं. एईसी ऑफिसर ने वेबसाइट को बताया कि नारायण को पिछले एक महीने में एक ही नंबर से तीन बार धमकी भरे कॉल आए हैं. फोन करने वाला उन्हें गाली दे रहा है और गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दे रहा है.
फोन करने वाले ने कहा कि वह जानता है कि नारायण कब अपने घर से निकलते हैं और उन्हें जान से मारने की धमकी दी. फोन करने वाले ने अपनी पहचान लक्ष्मण के रूप में बताई. गायकवाड़ ने बताया कि कॉलर ने नारायण को पहला कॉल एक महीने पहले किया था. दूसरा कॉल 17 जुलाई को आया और तीसरा कॉल 23 जुलाई को किया गया.
जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि जिस नंबर से कॉल आते हैं, वे नारायण की बिल्डिंग के सिक्योरिटी गार्ड के नाम पर दर्ज है. जब गार्ड से इस बारे में पूछताछ की गई तो उसने बताया कि 3 महीने पहले उसका फोन चोरी हो गया, जब वो बिहार में अपने नेटिव प्लेस से ट्रेन से सफर कर रहा था. फोन खोने के बाद सिक्योरिटी गार्ड ने कोई पुलिस कम्प्लेन नहीं करवाई थी.