मुंबईः कोरोना वायरस लॉकडाउन की शुरुआत से ही बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद प्रवासी मजदूरों, गरीबों और जरुरतमंदों के लिए मसीहा बनकर उभरे. अभिनेता ने पहले अपने होटल को क्वारंटाइन सेंटर बनाने के लिए खोला, फिर मुंबई के हजारों लोगों को खाना खिलाया और फिर हजारों की तादाद में देश के कई हिस्सों तक प्रवासी मजदूरों और जरूरतमंदों को उनके घर पहुंचाया.
लेकिन हाल ही में उन पर इल्जाम लगे कि उनकी यह मदद 'राजनीति से प्रेरित' है. इनमें शिवसेना के नेता संजय राउत और कांग्रेस की लीडर नगमा के दावे सबसे अहम थे. लेकिन 'दबंग' अभिनेता को इससे विरले ही कोई फर्क पड़ता है.
अभिनेता ने अपने हालिया इंटरव्यू में बताया कि वह इन दावों से परेशान नहीं होते. उन्होंने कहा, 'जब मुझ पर ऐसे आरोप लगाए जाते हैं, मैं पढ़ता ही नहीं कि क्या लिखा गया है. जब किसी ने मुझे इस पर अपनी राय देने के लिए कॉल किया तब मैं मजदूरों की यात्रा के लिए इंतजाम करने में जुटा हुआ था और मैंने उसे कहा कि मैं अभी कुछ जरूरी काम कर रहा हूं और मेरे पास रिएक्ट करने का टाइम नहीं है.'