मुंबई : कोरोना के इस काल में बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद प्रवासी मजदूरों के लिए मसीहा साबित हुए हैं. सोनू सूद पिछले कुछ महीनों से लॉकडाउन में बड़े शहरों में फंसे मजदूरों को मुफ्त में उनके घर, उनके गांव पहुंचाने में लगे हुए हैं.
अब सोनू उन छात्रों की मदद के लिए सामने आए हैं, जो कि इस वैश्विक महामारी के कारण किर्गिस्तान में फंसे हुए हैं.
भारत के यह छात्र मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए वहां गए थे. इनकी संख्या करीब 3000 है. जिनमें बिहार-झारखंड के छात्र भी बड़ी संख्या में शामिल हैं.
झारखंड के छात्रों में से एक छात्र ने बताया कि उन्हें किर्गिस्तान से निकालने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. इस काम के लिए सद्दाम ने अभिनेता सोनू सूद, बहरागोड़ा से पूर्व विधायक कुणाल सारंगी और सामाजिक कार्यकर्ता रेखा मिश्रा को धन्यवाद दिया.
बता दें, भारतीय छात्र एशियन मेडिकल इंस्टीट्यूट में पढ़ाई कर रहे हैं. सद्दाम ने बताया कि सोनू ने कहा है कि हमें भारत आने के लिए हवाई यात्रा का खर्च नहीं देना होगा.
पूर्व विधायक कुणाल सारंगी ने बताया कि मैंने किर्गिस्तान में फंसे भारतीय छात्रों की दुर्दशा को लेकर झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन और विदेश मंत्रालय को टैग करते हुए एक ट्वीट किया था.
अगले दिन उस ट्वीट को री-ट्वीट करते हुए सोनू सूद ने उनमें से एक छात्र से संपर्क साधा और मदद का भरोसा दिया.
सोनू सूद ने आज सुबह एक ट्वीट करते हुए लिखा, 'यह किर्गिस्तान के सभी छात्रों को सूचित करना है कि उनके घर आने का समय आ गया है. हम 22 जुलाई को पहला चार्टर बिश्केक-वाराणसी का संचालन कर रहे हैं. जिसका विवरण थोड़ी देर में आपकी ईमेल आईडी और मोबाइल फोन पर भेजा जाएगा. अन्य राज्यों के चार्टर्स भी इस सप्ताह उड़ान भरेंगे.
बता दें कि एक्टर सोनू सूद काफी समय से चर्चा में हैं. लॉकडाउन में प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाकर सोनू ने जबरदस्त सुर्खियां बटोरीं. सोनू सूद सैंकड़ों प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचा चुके हैं और अभी भी उनका काम जारी है. कुछ दिन पहले सोनू ने महाराष्ट्र पुलिस को 25000 फेस शील्ड भी दिए हैं.