मुंबईः सिंगर और रैपर रफ्तार, जल्द ही रैपिंग रियलिटी शो एमटीवी हसल को जज करते हुए नजर आएंगे. उन्होंने कहा है कि सेंसरशिप के बजाए, आर्टिस्टों को किसी भी तरह का कंटेट बनाते समय खुद को सेल्फ रेगुलेट करना चाहिए.
रफ्तार एमटीवी हसल के को-जजेज रैपर राजा कुमारी और ईडीएम आर्टिस्ट न्यूक्लिया के साथ मंगलवार को मुंबई में शो के प्रमोशन प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया से बातचीत कर रहे थे.
हाल ही में पॉप सिंगर हनी सिंह और म्यूजिक प्रोड्यूसर भूषण कुमार को पंजाब पुलिस ने हनी सिंह के लेटेस्ट सिंगल "मखना" में वल्गर भाषा का इस्तेमाल करने के लिए अरेस्ट किया गया था.
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हनी सिंह को 'पंजाब स्टेट वीमेन कमिशन' द्वारा कराई गई एफआईआर के बिना पर अरेस्ट किया गया था, जिसमें रैपर पर गाने में भद्दे तरीके से औरतों के लिए गलत लेंग्वेज इस्तेमाल करने के खिलाफ सख्त एक्शन की बात कही गई थी.
खैर, जब रफ्तार से पूछा गया कि ऐसी घटनाओं से बचने के लिए सेंसरशिप अच्छा ऑपशन हैं तो जवाब में रफ्तार बोलो, "मुझे लगता है कि एड्ल्ट कंटेंट सिर्फ एडल्ट तक ही पहुंचना चाहिए. आप किसी आर्टिस्ट को आर्ट के जरिए अपने विचार रखने से रोक नहीं सकते. जब मैंने 'मंटो' के लिए रैप किया था, तो मैंने गाली का इस्तेमाल किया था जिस पर किसी ने आपत्ति नहीं उठाई क्योंकि वो एक एडल्ट मूवी थी. मैं मानता हूं गाली भी एक एक्सप्रेशन का तरीका है."
raftaar comment on censorship
आगे जोड़ते हुए आर्टिस्ट ने कहा, "मेरा मानना है कि सेसंरशिप के बजाए, किसी भी कंटेंट को बनाते समय हमें खुद को सेल्फ-रेगुलेट करने की जरूरत है."
रफ्तार जल्द ही एमटीवी पर एक रैप रियलिटी शो लेकर आ रहे हैं जो कि पूरे देश भर के रैप आर्टिस्टों को एक प्लैटफॉर्म पर लाने की कोशिश करेगा. अपने अपकमिंग शो के बारे में बोलते हुए ईडीएम आर्टिस्ट न्यूक्लिया ने कहा, "एमटीवी हसल एक ऐसा माध्यम है जिसके जरिए रैपर्स अपनी कहानी आम लोगों के सुनाएंगे. हिप-हॉप फ्यूचर की आवाज है और यूथ की भी. ये स्टेज असली और सच्चे टैलेंट्स की तलाश में है."
एमटीवी हसल में रैप का हसल ऑडियंस को 10 अगस्त से देखने को मिलेगा.