मुंबईः 'देश रो रहा है', यह कहा बॉलीवुड के जाने-माने फिल्ममेकर मुकेश भट्ट ने. डायरेक्टर देश में लागू हुए नए नागरिकता(संशोधन) एक्ट के विरोध में प्रदर्शन में शामिल हैं और उन्होंने सीएए पर अपनी राय देते हुए यह बात कही.
फिल्ममेकर का कहना है, 'मैं निजी तौर पर सीएए से बहुत नाखुश हूं. पूरा देश रो रहा है, पूरा देश जल रहा है. अगर आप अब भी कुछ नहीं देख सकते तो फिर यह दुर्भाग्यशाली है. अगर यह हमारे पूरे देश में हो रहा है और हमारे नौजवान बच्चे सड़क पर हैं तो हमें नोटिस करना चाहिए कि कुछ तो गलत हो रहा है.'
आंदोलनों के दौरान हुई हिंसा की निंदा करते हुए डायरेक्टर ने कहा, 'मैं हिंसा के खिलाफ हूं लेकिन आंदोलनों के साथ वह हो रहा है, सरकार को नोटिस करना चाहिए कि ऐसा क्यों हो रहा है.'
इससे पहले गुरूवार को बॉलीवुड के जाने माने सेलेब्स जिनमें फरहान अख्तर, हुमा कुरैशी, राहुल बोस और स्वरा भास्कर ने नए नागरिकता कानून के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराया था.
'देश रो रहा है, देश जल रहा हैः' सीएए पर मुकेश भट्ट की राय
फेमस फिल्ममेकर मुकेश भट्ट ने हाल ही लागू हुए नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ प्रोटेस्ट करते हुए कहा कि 'पूरा देश रो रहा है, पूरा देश जल रहा है'. फिल्ममेकर के अलावा स्वरा भास्कर, महेश भट्ट, फरहान अख्तर समेत कई बॉलीवुड सितारे सीएए के खिलाफ आंदोलन में शामिल हुए हैं.
पढ़ें- सीएए: विरोध लोकतंत्र के मूल्यों को मजबूत करता है - स्वरा भास्कर
सीएए के जरिए पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से 31 दिसंबर, 2014 से पहले के समय में पीड़ित होकर इंडिया आए गैर-मुस्लिमों को भारतीय नागरिकता देने का प्रावधान है.
19 दिसंबर को मुंबई के अगस्त क्रांति मैदान में जमा हुए हजारों प्रदर्शनकारियों के साथ, अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने गुरुवार को संशोधित नागरिकता अधिनियम के खिलाफ एक प्रदर्शन में भाग लिया और देश में इस तरह के कानून की आवश्यकता पर सवाल उठाया.
अभिनेत्री ने कहा था, 'इस देश में सीएए या एनआरसी की कोई आवश्यकता नहीं है. आपके पास शरणार्थियों को नागरिकता देने की प्रक्रिया है और यदि आप उस आधार पर अदनान सामी को नागरिकता प्रदान कर सकते हैं तो आप उसी प्रक्रिया के आधार पर हिंदू शरणार्थियों को नागरिकता क्यों नहीं दे सकते. आपको संविधान क्यों बदलना है.'
इनपुट्स- एएनआई