हैदराबाद:उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में विपक्ष के लगातार दबाव के चलते किसान हत्याकांड के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. वही, इस मामले पर टीवी चैनलों पर खूब बहस देखने को मिल रही है. कुछ लोग किसानों की राजनीतिक समझ पर सवाल उठाते नज़र आए हैं. जिसे लेकर प्रख्यात कवि कुमार विश्वास ने तंज कसा है.
कुमार विश्वास ने अपने ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट किया. इस दौरान उन्होंने लिखा, जो लोग शहरों में रहते हैं और किसानों को जानते तक नहीं वो किसानों की राजनीतिक समझ को लेकर चैनलों पर ज्ञान दे रहे हैं. उन्होंने ट्वीट में लिखा, 'नोएडा-गुड़गांव के अपार्टमेंट में 20वें फ़्लोर पर रहने वाले वे ज्ञानी रिसर्चिए जिनके मोबाइल में गांवों में किसानी करने वाले 10 लोगों के नंबर तक नहीं हैं और जिन्होंने किसान-खेत-गांव केवल मुम्बईया फ़िल्मों में देखे हैं, चैनल-चैनल किसानों की राजनैतिक अल्पज्ञता पर तप्सरा कर रहे हैं।'
वही, उनके इस ट्वीट पर सोशल मीडिया पर तमाम यूजर्स अपने राय दे रहे हैं. राजेश कुमार नाम के एक यूजर ने तंज़ किया, 'जब एक चाय बेचने वाला एआईआईएमएस और आईआईटी में जाकर इंजीनियरिंग और मेडिकल पर लेक्चर दे सकता है. जब नीति आयोग बिना किसी खेत में गए कृषि के लिए योजनाएं बना सकता है तो फिर किसी अपार्टमेंट में रहने वाला देश के किसानों की बात क्यों नहीं कर सकता. उसकी थाली का भोजन तो किसान ही उपजाता है।'
सुभाष चौधरी नाम के एक यूजर ने कुमार विश्वास को जवाब दिया, 'अरे कवि महोदय, तभी इन्हें देश का किसान देशद्रोही नजर आता है, भले ही किसान भूख, बेकारी और कर्ज से दब कर परिवार समेत आत्महत्या क्यों न कर ले. अगर सिर्फ एक साल किसानों ने खेती रोक दी न हेकड़ी धरी की धरी रह जाएगी. जय हिंद जय भारत। जय जवान जय किसान।’
पीराराम मलिक नाम के एक यूजर ने कुमार विश्वास को जवाब दिया, 'आप भी वो ट्विट किये जिससे आपको कुछ सहानुभूति मिले. किसान केवल हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश में ही नही है. पूरी बारिकी से अध्ययन करने के बाद दावे से कह सकता हूं कि दो बातों का संदेह हो सकता हैं. इसके अलावा कोई उसमे गलत नही है.दो बातों का बातचीत से हल किया जा सकता था.