हैदराबाद : हिंदी सिनेमा में संगीत के फनकार बप्पी लाहिड़ी अब अपने फैंस की बस यादों में ही रह गये हैं. बुधवार को इस दिग्गज गायक ने दुनिया को अलविदा कह दिया. वह बीते कुछ समय से मुंबई स्थित जुहू के क्रिटी केयर अस्पताल में भर्ती थे. वह ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया (QSA) बीमारी से जूझ रहे थे. बात करेंगे बप्पी लाहिड़ी के परिवार के बारे में, जिनके लिए बप्पी दा अपार संपत्ति छोड़ गए हैं.
80 और 90 के दशक म्यूजिक किंग
पहले आपको बता दें, बप्पी दा ने 80-90 के दशक में हिंदी सिनेमा के संगीत में क्रांति फूंकी थी. 'डिस्को डांसर', 'नमक हलाल', 'शराबी', 'कमांडो', 'साहेब' और गैंग लीडर' जैसी फिल्मों को अपने संगीत से सजाकर इन्हें यादगार बना दिया था.
विरासत से मिला संगीत
बता दें, बप्पी दा 27 नवंबर 1952 को बंगाल के जलपाईगुड़ी में एक बंगाली-ब्राह्मण परिवार में जन्मे थे. उनका असली नाम अलोकेश लहरी था. विरासत में संगीत मिलने से चाइल्ड एज में ही बप्पी ने सुरों की ताल पकड़नी सीखी थी. बप्पी दा के माता-पिता दोनों ही बंगाली गायक थे. बप्पी दा के पिता का नाम अपरेश और मां का नाम बांसुरी था. ऐसे में बप्पी दा ने अपने माता-पिता से ही संगीत की दुनिया को नजदीक से समझा.
किशोर कुमार के थे भांजे
शायद आपको जानकर हैरानी होगी कि बप्पी दा मशहूर दिवंगत सिंगर किशोर कुमार के रिश्ते में भांजे लगते थे. यानि बप्पी दा गायक किशोर दा को मामा कहकर भुलाते थे.