मुंबई : बॉलीवुड के दिवंगत एक्टर सुशांत सिंह राजपूत केस को लेकर हाल ही में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कंगना रनौत पर हमला बोला.
कंगना का नाम लिए बिना उद्धव ने कहा, 'न्याय के लिए चिल्लाने वालों ने मुंबई पुलिस पर आरोप लगाए. मुंबई को पीओके बताया. ऐसी तस्वीर पेश कर रहे हैं जैसे हर जगह ड्रग एडिक्ट है. हम गांजा नहीं तुलसी उगाते हैं. गांजे के खेत आपके राज्य में हैं.'
जिसके बाद कंगना ने एक के बाद कई ट्वीट करते हुए इसका पलटवार किया है.
कंगना ने पहला ट्वीट करते हुए लिखा, 'आपको अपने मुख्यमंत्री होने पर शर्म आनी चाहिए. एक लोकसेवक होने के नाते आप क्षुद्र झगड़ों में लिप्त हैं. आप अपने से असहमत होने वाले लोगों के खिलाफ शक्ति का दुरुपयोग कर रहे हैं. आप उस कुर्सी के लायक नहीं हैं जिसे आपने गंदी राजनीति करके हासिल की है. शर्म आना चाहिए.'
उन्होंने अपने अगले ट्वीट में लिखा, 'मुख्यमंत्री आप बहुत क्षुद्र व्यक्ति हैं. हिमाचल को देव भूमि कहा जाता है, यहां अधिकतम मंदिर है और क्राइम रेट जीरो है. हां हिमाचल की भूमि बहुत उपजाऊ है, जहां सेब, कीवी, अनार, स्ट्रॉबेरी उगाता है और यहां कुछ भी उग सकता है.'
उद्धव के इस बयान के बाद कंगना एक अन्य ट्वीट में लिखा, 'ठीक जैसे हिमालय की खूबसूरती हर भारतीय की है, ठीक वैसे ही मुंबई जो मौके देती है वह हम सभी से संबंधित है. ये दोनों ही मेरे घर हैं. उद्धव ठाकरे आप हमसे हमारे लोकतांत्रिक अधिकार छीनने और हमें बांटने की कोशिश मत कीजिए. आपके गंदे भाषण आपकी नाकाबिलियत का अश्लील प्रदर्शन हैं.'
बता दें कि सुशांत सिंह राजपूत के केस में कंगना रनौत लगातार महाराष्ट्र सरकार और मुंबई पुलिस पर संगीन आरोप लगाती रही हैं. उन्होंने मुंबई की तुलना पीओके से कर दी थी और कहा था कि मुंबई में उन्हें डर लगता है. इसके बाद शिवसेना ने कंगना की तीखी आलोचना की थी.
कंगना रनौत और शिवसेना के बीच जुबानी जंग थमने का नाम नहीं ले रही है. पिछले काफी दिनों से कंगना और महाराष्ट्र सरकार के बीच तनातनी चल रही है.
इस बीच मुंबई में कई याचिकाओं के बाद कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने कंगना के खिलाफ राजद्रोह और सांप्रदायिकता फैलाने का मामला दर्ज किया है. मुंबई पुलिस ने कंगना और उनकी बहन रंगोली को पूछताछ के लिए समन भी भेजा है.