मुंबईः कबीर खान का मानना है कि अगर सरकार को लगता है कि स्टूडेंट्स गलत है, तब उनके साथ वाद-विवाद करें, लेकिन कैंपस में उनको पुलिस से पिटवाना बिलकुल ठीक नहीं है.
कबीर खान ने मंगलवार को एक समाचार एजेंसी को दिए इंटरव्यू में पिछले महीने जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में हुई हिंसा पर बातचीत की. सीएए के विरोध में प्रोटेस्ट कर रहे स्टूडेंट्स को पुलिस द्वारा कैंपस में घुसकर मारा गया था.
जामिया के स्टूडेंट रह चुके कबीर खान ने बताया, 'मैं इन मुद्दों पर बहुत ज्यादा प्रभावित होता हूं. वह मेरे लिए बहुत चिंताजनक दृश्य थे जब मैंने देखा कि जामिया के बच्चे हवा में हाथ ऊपर करके बाहर निकल रहे हैं. मुझे लगता है कि स्टूडेंट्स के पास विरोध का पूरा हक है, स्टूडेंट्स के पास प्रोटेस्ट का हक है. अगर आप स्टूडेंट्स को प्रोटेस्ट करने से रोकते हैं तब यह लोकतंत्र की हत्या है. आप कैसे उन्हें विरोध जताने से रोक सकते हैं...'
फिल्म निर्माता हाल ही में मुंबई में सीएए के खिलाफ हो रहे प्रोटेस्ट में कई बॉलीवुड सेलेब्स के साथ सड़कों पर उतरे थे और आम लोगों के साथ मिलकर विरोध का स्वर उठाया था.
जामिया हिंसा पर कबीर खान - CAA का विरोध करने वाले स्टूडेंट्स के साथ करें डिबेट - kabir khan feels goverment should debate with protesting students
कबीर खान ने पिछले महीने दिल्ली के जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में हुई हिंसा पर बात की. उन्हें लगता है कि CAA के विरोध में प्रदर्शन कर रहे स्टूडेंट्स का हक है प्रोटेस्ट करना और उनके साथ वाद-विवाद करना चाहिए. उन्होंने कहा कि मारपीट का कल्चर हमें नहीं चाहिए.
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पिछले महीने हुई जामिया हिंसा पर कबीर खान ने कहा, 'अगर छात्र कुछ पसंद नहीं करते हैं और वह इस बारे में बात करना चाहते हैं, तो आप ऐसा करने से उन्हें रोक नहीं सकते हैं. अगर आपको लगतै है कि वे गलत हैं, आप उनके साथ डिबेट कर सकते हैं. लेकिन पुलिस उन्हें उनके कैंपस में मार नहीं सकती. ऐसी संस्कृति हमें नहीं चाहिए.'
कबीर ने पिछले हफ्ते हुए जेएनयू हुई हिंसा पर भी अपनी नाराजगी जाहिर की.
वर्कफ्रंट पर फिल्मनिर्माता अपनी वेब सीरीज 'द फॉरगॉटन आर्मीः आजादी के लिए' रिलीज करने को पूरी तरह तैयार हैं. इसके अलावा रणवीर सिंह स्टारर फिल्म '83' भी इसी साल रिलीज होने वाली है.
इनपुट- आईएएनएस