मुंबईः 'मंजिल उन्हीं को मिलती है जिनके सपनों में जान होती है, पंखों से कुछ नहीं होता हौसलों से उड़ान होती है.' इन लाइनों को सच कर दिखाया असम की 19 साल की लड़की जबीन कौसर ने. कौसर हाथों से दिव्यांग है मगर अपने बुलंद हौसलों के बलबूते अपनी जिंदगी एक सर्वाइवर की तरह जी रही है और इसी दृढ़ निश्चय को दुनिया को दिखाने का फैसला किया बॉलीवुड के अक्षय कुमार यानी खिलाड़ी कुमार ने...
दरअसल, अक्षय कुमार की शॉर्ट फिल्म, 'शॉर्ट स्टोरीज ऑफ न्यू इंडिया विथ अक्षय कुमार'. में फीचर हुईं है असम की रियल लाइफ वॉरियर जबीन कौसर. जबीन दिव्यांग लड़की हैं, उसके हाथ नहीं है. जबीन के पास भले ही हाथ न हों लेकिन हौंसले आसमानों से भी बुलंद. यही बुलंद हौंसले हैं जिसकी बदौलत जबीन अपने पैरों से लिखने के साथ-साथ पेंट भी कर सकती है.
jebin make potrait of akshay
जबीन कौसर धैर्य और दृढ़ निश्चय की जीती-जागती मिसाल है. कभी न हार मानने वाले उत्साह से भरी हुई जबीन पर ध्यान गया बॉलीवुड सुपरस्टार अक्षय कुमार का, जिन्होंने अपनी शॉर्ट फिल्म, शॉर्ट स्टोरीज ऑफ न्यू इंडिया के जरिए पूरी दुनिया को द सर्वाइवर जबीन कौसर से मिलवाया.
पढ़ें- 'मिशन मंगल' का पहला गाना रिलीज, अक्षय की टीम ने कहा- 'दिल में मार्स है'
शॉर्ट फिल्म सोशल मीडिया पर रिलीज हो चुकी है जिसमें खिलाड़ी कुमार जबीन कौसर की जिंदगी और इनके इस साहस का राज जानते हुए नजर आ रहे हैं.
साल 2017 जबीन और उसके परिवार के लिए अहम रहा जब जबीन की जिंदगी ने नया मोड़ लिया. जबीन ने 10वीं के एग्जाम में अच्छे मार्क्स हासिल किए उसके बाद लोकल मीडिया ने जबीन की स्टोरी को ऑन एयर किया. उसके बाद अक्षय कुमार का ध्यान इस सर्वाइवर पर गया और खिलाड़ी कुमार ने दुनिया के सामने जबीन की इंस्पायरिंग स्टोरी को लाने का फैसला किया.
अक्षय कुमार ने 'परिमल फाउंडेशन' और 'वायकॉम 18 पिक्चर्स' द्वारा प्रस्तुत शो, 'शॉर्ट स्टोरीज ऑफ अ न्यू इंडिया विथ अक्षय कुमार' में जबीन का इंटरव्यू लिया.
जबीन ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "अक्षय सर से मिलना मेरे लिए खुशी की बात थी और वह बहुत अच्छे होस्ट हैं. हम उनके साथ उनके घर पर दो दिनों के लिए रहे और उन्होंने मुझे IPS बनने के लिए प्रोत्साहित भी किया. मैं अब अपने गोल को अचीव करने के लिए काम करूंगी."
वर्कफ्रंट पर अक्षय कुमार अपनी अपकमिंग फिल्म 'मिशन मंगल' की रिलीज की तैयारियों में जुटे हुए हैं.