मुंबई : बॉलीवुड के जाने माने पटकथा लेखक और गीतकार जावेद अख्तर ने लाउडस्पीकर पर अजान देने को लेकर नई बहस को जन्म दे दिया है. जावेद ने कहा है कि लाउडस्पीकर पर अजान देना बंद कर देना चाहिए. इससे परेशानी होती है.
जावेद अख्तर ने अपने ट्वीट में लिखा, "भारत में तकरीबन 50 साल तक लाउड स्पीकर पर अजान हराम थी. इसके बाद ये हलाल हो गई और इस कदर हलाल हुई कि इसकी कोई सीमा ही नहीं रही. अजान करना ठीक है लेकिन लाउड स्पीकर पर इसे करना दूसरों के लिए दिक्कत का सबब बन जाता है. मुझे उम्मीद कि कम से कम इस बार वे इसे खुद करेंगे."
अपने इस टवीट के बाद जावेद अख्तर ट्रोलर्स के निशाने पर आ गए. सोशल मीडिया पर वह तेजी से ट्रोल हो रहे हैं.
एक यूजर ने कमेंट बॉक्स में लिखा, "लाउड स्पीकर्स पर सिर्फ अजान को बैन करने की बात कहकर तुम्हें अपनी सेकुलरिज्म साबित करने की जरूरत नहीं है. बैन करना है तो लाउड स्पीकर को पूरी तरह से बैन किया जाना चाहिए. चाहे ये गणेश चतुर्थी पर हो अजान पर, रविवार को या फिर किसी अन्य धार्मिक मौके पर. वीआईपी शादियों में होने वाले शोर को भी हमें नहीं भूलना चाहिए."
एक अन्य यूजर ने लिखा, "आपके बयान से असहमत हूं. कृपया इस्लाम और उसके विश्वास से जुड़े बयान मत दीजिए. आप जानते हैं कि हम ऊंची आवाज में गाने नहीं चला रहे हैं और ना ही कोई खराब काम कर रहे हैं. अजान बहुत खूबसूरत पुकार है प्रार्थना के लिए और सही रास्ते पर चलने के लिए."
यूजर को जवाब देते हुए जावेद ने लिखा, "तो आप ये कह रहे हैं कि वे सभी इस्लामिक जानकार जिन्होंने 50 साल तक लाउडस्पीकर को हराम करार दे रखा था वे गलत थे. आप कह रहे हैं कि उन्हें नहीं पता था कि वे क्या कह रहे हैं? अगर आपको यकीन है तो आप एक बार कहिए. फिर मैं आपको उन जानकारों के नाम भी बताऊंगा."
मालूम हो कि इससे पहले बॉलीवुड सिंगर सोनू निगम ने भी लाउडस्पीकर पर अजान को लेकर आपत्ति जताई थी. उन्होंने टवीट कर कहा था कि उनके घर के आसपास बहुत सी मस्जिदें हैं. अक्सर उन्हें सुबह-सुबह अज़ान सुननी पड़ती है, जिससे उनकी नींद खराब होती है. सोनू के टवीट के बाद वह भी विवादों के घेरे में आ गए थे.
हालांकि विवाद के एक साल बाद सोनू को सपोर्ट करते हुए जावेद अख्तर ने कहा था कि 'मैं बताना चाहता हूं कि मैं सोनू निगम और उन सभी से पूरी तरह सहमत हूं जिनका मानना है कि मस्जिदों पर लाउडस्पीकर नहीं होने चाहिए. साथ ही न सिर्फ मस्जिद बल्कि रिहायशी इलाकों में स्थित किसी भी धार्मिक स्थल पर लाउडस्पीकर नहीं होना चाहिए.'