बेंगलुरू :बेंगलुरू के कांतीरवा स्टेडियम के पास प्रशंसकों की भीड़ लगातार बढ़ती जा रही है, जहां कन्नड़ सुपरस्टार पुनीत राजकुमार के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है. पुलिस बल स्थिति पर काबू पाने की पूरी कोशिश कर रही है. हालांकि, अधिकारियों ने जनता को अंतिम संस्कार करने से प्रतिबंधित कर दिया है, जो दिन में दोपहर बाद होगा.
चूंकि आने की अनुमति केवल परिवार और करीबी सर्कल तक ही सीमित है. कांतीरवा स्टेडियम के बाहर विशाल स्क्रीन लगाए गए हैं, ताकि उनके प्रशंसक अंतिम क्षणों को देख सके.
चिरंजीवी से लेकर प्रभुदेवा ने किए पुनीत राजकुमार के अंतिम दर्शन कन्नड़ फिल्म निर्माता रॉकलाइन वेंकटेश ने प्रशंसकों से कांतीरवा में प्रवेश करने की कोशिश नहीं करने की अपील की, क्योंकि उनके लिए अंतिम संस्कार समारोह को बाहर से देखने की व्यवस्था की जा रही है.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने फैसले को अंतिम रूप देने से पहले पुनीत के परिवार से बात की. उन्होंने अपनी बेटी को अमेरिका में आवश्यक मंजूरी प्राप्त करके यात्रा शुरू करने में भी मदद की. प्रसिद्ध पॉप गायिका उषा उत्थुप ने कहा कि पुनीत के असामयिक निधन की खबर दुखी हैं.
उन्होंने कहा, "वह भारत की पूरी फिल्म जगत से ताल्लुक रखते थे, वह कर्नाटक तक ही सीमित नहीं थे. मैंने उनके साथ बहुत अच्छा समय बिताया था.'
विपक्ष के नेता सिद्धारमैया को वह पल याद है, जब पुनीत ने उन्हें 'मामा' कहा था. वह बहुत फिट थे. वह हर दिन व्यायाम करते थे. वह एक शानदार डांसर थे. मृत्यु अवश्यंभावी है, लेकिन पुनीत की असामयिक, बहुत जल्दी है.
कार्डियक अरेस्ट से पहले पुनीत द्वारा परामर्श किए गए पारिवारिक चिकित्सक रमना राव ने बताया कि पुनीत शुक्रवार को अपनी पत्नी अश्विनी के साथ अपने क्लीनिक गये थे. उन्होंने मुझे उन्होंने कहा, 'अप्पाजी' (पिता) कहा था, उन्होंने समझाया कि, सामान्य व्यायाम के बाद और कुछ अतिरिक्त मुक्केबाजी की और भाप ली. पुनीत ने कहा था कि उन्हें कोई दर्द नहीं हुआ.'
रमना राव ने बताया, पुनीत का बीपी और हृदय गति सामान्य था.चूंकि पुनीत को पसीना आ रहा था, इसलिए ईसीजी किया गया. पुनीत कहते रहे कि उन्हें सामान्य रूप से पसीना आता है.
ईसीजी जांच में पैटर्न में हलचल देखी गई. इसकी सूचना पुनीत की पत्नी अश्विनी को दी गई. जब वह फोन करने गई, तो पुनीत ने चक्कर आने की शिकायत की. उन्हें लेटने के लिए कहा गया और फिर अस्पताल ले जाया गया.
उन्होंने आगे बताया कि "पुनीत को डायबिटीज या हाई बीपी की दिक्कत नहीं थी. भले ही ईसीजी ने तनाव दिखाया, मुझे विश्वास था कि वह जीवित रहेंगे. उनका शरीर व्यायाम करने के लिए अभ्यस्त था. यह अचानक हुआ, उन्हें बचाने के लिए सभी मानवीय प्रयास किए गए.'
तेलुगु सुपरस्टार जूनियर एनटीआर शनिवार को कन्नड़ अभिनेता पुनीत राजकुमार को श्रद्धांजलि देने बेंगलुरु पहुंचे, जिनका दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था. उनके साथ केजीएफ के निदेशक प्रशांत नील भी थे. जूनियर एनटीआर कुछ देर तक पुनीत के पार्थिव शरीर को देखते रहे और बाद में पुनीत के बड़े भाई शिव राजकुमार को गले लगा लिया.
तेलुगु अभिनेता ने शिव राजकुमार को भी सांत्वना दी, जो गम में थे. सांत्वना देते हुए वह भी टूट पड़े. जूनियर एनटीआर इससे पहले पुनीत की फिल्म 'चक्रव्यूह' का गाना गाने के लिए बेंगलुरु आए थे.
(आईएएनएस)