अमिताभ की 'झुंड' पर आई मुसीबत, कॉपीराइट उल्लंघन के लिए मिला कानूनी नोटिस
नागराज मंजुले के निर्देशन में बन रही आगामी हिंदी फिल्म 'झुंड' मुसीबत में फंसती नजर आ रही है. हैदराबाद के फिल्म निर्माता नंदी चिन्नी कुमार ने फिल्म के निर्माताओं और फिल्म में मुख्य भूमिका निभा रहे अमिताभ बच्चन को कॉपीराइट के उल्लंघन के लिए कानूनी नोटिस भेजा है.
मुंबई: बॉलीवुड के शंहशाह अमिताभ बच्चन नागराज मंजुले के निर्देशन में बन रही आगामी हिंदी फिल्म 'झुंड' में नजर आने वाले हैं. लेकिन फिल्म पर मुसीबत आती नजर आ रही है. हैदराबाद के फिल्म निर्माता नंदी चिन्नी कुमार ने फिल्म 'झुंड' के निर्माताओं और फिल्म में मुख्य भूमिका निभा रहे अमिताभ बच्चन को कॉपीराइट उल्लंघन के लिए कानूनी नोटिस भेजा है.
कुमार एक स्वतंत्र फिल्मकार हैं. उन्होंने 'झुंड' के निर्देशक और निर्माता नागराज मंजुले और कृष्ण कुमार, टी-सीरीज के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक भूषण कुमार, अमिताभ बच्चन और स्लम सॉसर विजय बरसे (जिनके जीवन पर यह फिल्म आधारित है) को नोटिस भेजा है.
फिल्मकार ने आईएएनएस को बताया कि भेजे गए नोटिस का जवाब सिर्फ टी-सीरीज ने दिया है, लेकिन वह भी 'अस्पष्ट' है.
फिल्मकार का यह आरोप है कि फिल्म के निर्माताओं ने उन्हें धोखा दिया और उन्हें डराया गया, जिसके बाद कुमार ने कोर्ट का रुख अपनाया, ताकि वह फिल्म की स्क्रीनिंग को थियेटर, टेलीविजन और अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म पर होने से रोक सकें.
शॉर्ट फिल्ममेकर का दावा है कि उन्होंने साल 2017 में एक स्लम सॉकर खिलाड़ी अखिलेश पॉल के जीवन पर फिल्म बनाने का अधिकार खरीदा था. पॉल होमलेस वर्ल्ड कप के भारतीय कप्तान थे।
इसके बाद फिल्मकार कुमार ने अखिलेश के जीवन पर आधारित 'स्लम सॉकर' नामक बहुभाषी फिल्म लिखने और निर्देशित करने की योजना बनाई, जिसका जन्म नागपुर की मलिन बस्तियों में हुआ था और वह नशा करने का आदी था. हालांकि फुटबॉल के प्रति उसकी दिवानगी ने उसकी जिंदगी बदल दी और वह होमलेस वल्र्ड कप में भारत का नेतृत्व करने गया.
फिल्मकार का दावा है कि उन्होंने 11 जून 2018 को इस कहानी और स्क्रिप्ट का पंजीकरण तेलांगना सिनेमा राइटर एसोसिएशन में कराया था.
कुमार ने कहा कि उन्होंने अमिताभ बच्चन, नागराज और 'झुंड' के निर्माताओं को कॉपीराइट उल्लंघन और आपराधिक धमकी को लेकर एक ईमेल भेजा है, लेकिन कोई जवाब नहीं आया.
उन्होंने इंडिया मूवी पिक्चर्स प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन (आईएमपीपीए) और तेलंगाना सिनेमा राइटर्स एसोसिएशन को भी लिखा है और केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) से फिल्म 'झुंड' को सेंसर प्रमाणपत्र जारी नहीं करने का आग्रह किया है.