मुंबई : साल 2020 बेहद बुरा साल साबित हो रहा है. कोरोना, चक्रवात और न जाने क्या क्या मुसीबतें. इसी के साथ फिल्म जगत से हर दिन किसी न किसी के निधन की खबर भी दिल को बेहद दुखी कर रही हैं. बुधवार को जहां वरिष्ठ गीतकार अनवर सागर के निधन की दुखद खबर आई तो गुरुवार सुबह गुदगुदाती रोमांटिक फिल्मों के भगवान कहे जाने वाले बासु चटर्जी के निधन की खबर सुन इंडस्ट्री में शोक छा गया.
93 साल के बासु के निधन की खबर IFTDA के अशोक पंडित ने ट्विटर पर शेयर करते हुए दी.
बासु चटर्जी को छोटी सी बात, रजनीगंधा, बातों बातों में, एक रुका हुआ फैसला और चमेली की शादी जैसी फिल्मों के निर्देशन के लिए जाना जाता है. बासु का अंतिम संस्कार दोपहर 2 बजे सांताक्रूज श्मशान घाट में होगा.
हालांकि अभी इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि उनका निधन पहले से किसी बीमारी से हुआ या कोरोना संक्रमण के कारण.
गौरतलब है कि 10 जनवरी 1927 को अजमेर में पैदा हुए बासु चटर्जी पहले ऐसे फिल्मकार थे जिन्होंने कोलकाता की छाप से अलग, अपनी एक अलग ही शैली बनाई. चाहें वो 'चमेली की शादी' हो या 'खट्टा मीठा'. मिडिल क्लास फैमिली की गुदगुदाती और हल्के से छू जाने वाली रोमांटिक कॉमेडी फिल्मों से बासु दा ने सभी के दिलों में अपना सबसे अलग मुकाम हासिल कर लिया.